क्रिप्टो करंसी के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी की जांच प्रक्रिया तेज एसआईटी क्रिप्टो करंसी के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए ठगने के आरोपियों की दस करो...
दस करोड़ की संपत्ति अटैच करने की तैयारी, 19 आरोपी एसआईटी द्वारा गिरफ्तार
क्रिप्टो करंसी के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी की जांच प्रक्रिया तेज
एसआईटी क्रिप्टो करंसी के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए ठगने के आरोपियों की दस करोड़ की संपत्ति फ्रीज करने की तैयारी में है। मामले में एसआईटी अभी तक 20 करोड़ की संपत्ति फ्रीज की है। एसआईटी आरोपियों की संपत्ति की मैपिंग करने में जुटी है। पुलिस एसआईटी पता लगा रही है कि आरोपियों ने ठगी के पैसे से कहां-कहां संपत्ति बनाई है। पुलिस प्रदेश और बाहरी राज्यों में शातिरों द्वारा बनाई की संपत्ति का आकलन कर रही है। बताया जा रहा है कि करोड़ों क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में मंडी जिला के कई लोगों ने पैसों के बदले जमीनें भी लोगों के नाम करवाई हैं। इसके अलावा शातिरों ने करोड़ों की जमीन और अन्य संपत्ति बनाई है। क्रिप्टों करंसी ठगी मामले में शातिरों ने लोगों को दोगुना रिटर्न का झांसा देकर इन्वेस्ट कराया और बड़ी संख्या में लोग ठगी के शिकार हुए हैं। इससे पहले एसआईटी ने तीन आरोपियों, जिसमें अभिषेक, सुखदेव और हेमराज के खिलाफ पहली चार्जशीट दायर की है। इसके बाद अब 16 आरोपियों के खिलाफ दूसरी चार्जशीट तैयारी की है। एसआईटी ने करोड़ों की क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में अब तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस और पंजाब पुलिस क्रिप्टो ठगी मामले की जाँच में लगी हुई हैं
क्रिप्टो करंसी ठगी के मामले में एसआईटी के हाथ कई अहम साक्ष्य लगे हैं। शातिरों ने लोगों को ठगने के लिए छह तरह के अलग-अलग क्वाइन तैयार किए थे। हालांकि शातिरों ने वेबसाइट बनाकर लोगों को फर्जी क्वाइन के नाम पर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया है। ठगी मामले में पंजाब और हिमाचल प्रदेश पुलिस की टीमें कार्रवाई कर रही है। क्रिप्टो ठगी मामले में कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने पैसा लगाया है। बताया जा रहा है कि इस रैकेट के सरगनाओं ने सबसे पहले नेताओं और बड़े अधिकारियों को ही जाल में फंसाया, उसके बाद धीरे-धीरे ठगों की चेन बढ़ती गई। करोड़ों के इस ठगी मामले में कई पुलिस कर्मी भी शामिल बताए जा रहे हैं।
अब तक की जांच में पता चला है कि शातिरों ने हिमाचल में 1 लाख लोगों को ठगा जिसमें 2500 करोड़ की ट्रांजेक्शन हुई
शातिरों ने प्रदेश में करीब एक लाख से अधिक लोगों को ठगा है। बताया जा रहा है कि अब तक की जांच में करीब 2500 करोड़ की ट्रांजेक्शन मिली हैं। करोड़ों की ठगी का असल किंगपिन मंडी का सुभाष शर्मा देश छोडक़र विदेश भाग चुका है, जिसे एसआईटी वापस लाने की तैयारी में है। उधर, डीआईजी अभिषेक दुल्लर का कहना है कि एसआईटी मामले की जांच कर रही है। अब तक करीब 20 करोड़ की संपत्ति फ्रीज की गई है। डीआईजी अभिषेक दुल्लर ने बताया कि ठगी मामले में आरोपियों की संपत्ति की मैपिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही आरोपियों की दस करोड़ की ओर संपत्ति फ्रीज की जाएगी।