जुतराहण स्कूल के विद्यार्थी भी अपने परिजनों के साथ पहुंचे प्रशासन के द्वार

उच्च पाठशाला जुतराहण में रिक्त हेड मास्टर, टीजीटी मेडिकल, टीजीटी कला, संस्कृत, भाषा अध्यापक सहित पीईटी अध्यापकों के पदों को शीघ्र भरने की मांग ...

जुतराहण स्कूल के विद्यार्थी भी अपने परिजनों के साथ पहुंचे प्रशासन के द्वार

जुतराहण स्कूल के विद्यार्थी भी अपने परिजनों के साथ पहुंचे प्रशासन के द्वार

उच्च पाठशाला जुतराहण में रिक्त हेड मास्टर, टीजीटी मेडिकल, टीजीटी कला, संस्कृत, भाषा अध्यापक सहित पीईटी अध्यापकों के पदों को शीघ्र भरने की मांग 

सरकारी स्कूल की वर्दी पहनकर 25 विद्यार्थी बुधवार को अपने अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन समिति के साथ जिला प्रशासन के पास पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने उच्च पाठशाला जुतराहण में रिक्त हेड मास्टर, टीजीटी मेडिकल, टीजीटी कला, संस्कृत, भाषा अध्यापक सहित पीईटी अध्यापकों के पदों को शीघ्र भरने की मांग की। जम्मू-कश्मीर की सीमा के साथ सटी नड्डल पंचायत में स्थित उच्च पाठशाला जुतराहण चार वर्ष पहले विद्यालय तो खोल दिया लेकिन, तब से लेकर अब तक महज तीन शिक्षक ही 50 के करीब विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं। कई बार एसएमसी ने प्रस्ताव पारित कर प्रशासन और शिक्षा विभाग को भेजे लेकिन, रिक्त पद नहीं भरे गए। 

अभिभावकों ने अपना मांगपत्र एडीएम चंबा को सौंपा

तीन माह पहले अभिभावक उपायुक्त से मिले तो उन्हें रिक्त पदों को भरने के बारे आश्वस्त किया गया। इसके बाद तीन अध्यापकों की तैनाती के शिक्षा विभाग ने आर्डर भी जारी किए लेकिन, राजनीतिक पहुंच के चलते इन अध्यापकों ने ज्वाइन करने के बजाय अपने आर्डर ही कैंसिल करवा लिए। अब विद्यार्थी न चाहते हुए भी विद्यालय छोड़ रहे हैं। अभिभावकों ने अपना मांगपत्र एडीएम चंबा को सौंपा। यहां से ज्ञापन शिक्षा उपनिदेशक के पास भेजा गया। अभिभावकों का प्रतिनिधिमंडल उपनिदेशक से मिला। उन्होंने रिक्त पदों को भरने का आश्वासन दिया है। लिहाजा, अभिभावकों ने अब साफ किया है कि यदि वीरवार तक अध्यापकों के रिक्त पदों को नहीं भरा जाता है तो वे उपायुक्त कार्यालय चंबा परिसर के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे। इसके लिए शासन-प्रशासन और शिक्षा विभाग ही जिम्मेदार होगा। स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष कुलदीप राय ने बताया कि एक तरफ सरकार, प्रशासन और विभाग बेटियों को शिक्षित करने की बड़ी-बड़ी बातें करता है। दूसरी ओर उच्च पाठशाला जुतराहण में रिक्त पदों को भरने की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इसी वजह से बच्चे विद्यालय से पलायन कर रहे हैं।

अविभावकों ने शिक्षा विभाग से मिले आश्वासन के बाद अब वीरवार तक पदों के न भरने पर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करने की बात कही

अभिभावक हंसराज ने बताया कि पूर्व में एसएमसी पदाधिकारी और अभिभावक प्रशासन से मिले। इसके बाद तीन अध्यापकों के आर्डर विद्यालय में हुए लेकिन, तीनों ने स्कूल में ज्वाइन नहीं किया और अपने आर्डर कैंसिल करवा लिए। कहा कि ऐसे में बच्चों का भविष्य अंधकारमय बनता नजर आ रहा है। अभिभावक ब्रिज लाल ने बताया कि क्षेत्र के दूरदराज के गांवों से आठ से दस किलोमीटर का सफर तय कर बच्चे स्कूल में पढ़ने पहुंचते हैं लेकिन, अध्यापक न होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बीते दो दिनों से अब बच्चे भी स्कूल नहीं जा रहे हैं। अभिभावक सोनू कुमार ने शिक्षा विभाग से मिले आश्वासन के बाद अब वीरवार तक पदों के न भरने पर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करने की बात कही है। कहा कि बच्चों के भविष्य के लिए अभिभावकों को सख्त कदम उठाना पड़ेगा।