दस ट्रांसफार्मर बंद, पचास से अधिक गांवों में पसरा अंधेरा

भारी बारिश के कारण जिले के कई इलाकों में ओलावृष्टि होने से सेब, खुमानी और पलम की फसलों को नुकसान पहुंचा है। विकास खंड सलूणी में सबसे अधिक नुकसान हुआ ह...

दस ट्रांसफार्मर बंद, पचास से अधिक गांवों में पसरा अंधेरा

दस ट्रांसफार्मर बंद, पचास से अधिक गांवों में पसरा अंधेरा

भारी बारिश के कारण जिले के कई इलाकों में ओलावृष्टि होने से सेब, खुमानी और पलम की फसलों को नुकसान पहुंचा है। विकास खंड सलूणी में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। खज्जियार, जोत, तीसा सहित अन्य इलाकों में भी ओलावृष्टि से फसलों को क्षति पहुंची है। इससे बागवानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं, जिला में भारी बारिश के कारण चंबा-तीसा मार्ग पंगोला नाला और नकरोड़ के तीन घंटे तक बंद रहा।
सलूणी-संघणी मार्ग भी नाले में उफान आने के कारण बाधित रहा। इसके अलावा जिला में दस बिजली के ट्रांसफार्मर बंद होने के कारण पचास से अधिक गांव अंधेरे में डूबे रहे। ये ट्रांसफार्मर शनिवार को हुई बारिश के बाद से खराब हैं, जिन्हें ठीक करने के लिए बिजली बोर्ड के कर्मचारी दो दिनों से डटे हुए हैं। लेकिन रविवार को भी ये ट्रांसफार्मर चालू नहीं हो पाए। इसके चलते पचास से अधिक गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है।

तीसा में दो ट्रांसफार्मर बंद होने से दस से अधिक गांव अंधेरे में डूबे हैं। जबकि चंबा में चार ट्रांसफार्मर बंद होने से बीस से अधिक गांव और भटियात में भी चार ट्रांसफार्मर बंद होने से बीस से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित पड़ी है। भारी बारिश के कारण अभी तक किसी प्रकार से जानी नुकसान की सूचना नहीं है। रविवार को सुबह से ही जिला मुख्यालय सहित आस पास के इलाकों में तेज हवाओं का दौर चलता रहा। दोपहर बाद सलूणी, जोत, चुराह में भारी बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई। उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने बताया कि भारी बारिश से सेब, खुमानी की फसल को नुकसान पहुंचा है। फिलहाल सड़कें यातायात के लिए खुली हैं। बिजली बोर्ड बंद ट्रांसफार्मरों को बहाल करने में लगा है। नुकसान को लेकर विभागों से पूरी रिपोर्ट मांगी जाएगी।

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