हिमाचल में बाढ़ का कहर : लापता लोगों को खोजने का सिलसिला जारी, अब तक 13 लोगों की मौत

हिमाचल में बाढ़ का कहर जारी है। प्रशासन लापता लोगों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रहा है। फिलहाल लोगों को खोजने का सिलसिला जारी है। सरकारी आंकड़ों क...

हिमाचल में बाढ़ का कहर : लापता लोगों को खोजने का सिलसिला जारी, अब तक 13 लोगों की मौत

हिमाचल में बाढ़ का कहर : लापता लोगों को खोजने का सिलसिला जारी, अब तक 13 लोगों की मौत

हिमाचल में बाढ़ का कहर जारी है। प्रशासन लापता लोगों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रहा है। फिलहाल लोगों को खोजने का सिलसिला जारी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 13 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
 

 हिमाचल प्रदेश बाढ़ और भारी बारिश का कहर जारी है। इस घटना में लगातार मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। साथ ही साथ बादल फटने सहित बाढ़ की कई अन्य घटनाओं में अब भी 40 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। आपदा प्रबंधन से जुड़े लोग इनकी तलाश में जुटे हुए हैं।

इसके पहले हिमाचल प्रदेश के मंडी और शिमला जिलों से चार शव मिलने के साथ ही राज्य के तीन जिलों में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। 31 जुलाई की रात में कुल्लू के निरमंड, सैंज व मलाणा, मंडी जिले के पधर और शिमला के रामपुर उपखंड में बादल फटने की कई घटनाओं ने भारी तबाही मचायी थी। इन घटनाओं के बाद अब भी 40 से अधिक लोग लापता हैं।
 

मिल रहे लोगों के शव
अधिकारियों ने बताया कि मंडी जिले में पधर के राजभान गांव से सोनम (23) और मानवी (तीन माह) के शव बरामद किये गये हैं। बाद में शाम को रामपुर में सतलुज नदी के तट पर धकोली के समीप दो शव बरामद किये गये। शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अभी इन दोनों शवों की शिनाख्त नहीं की जा सकी है। मौके पर मौजूद अधिकारियों के अनुसार, बचावकर्मियों ने और मशीनों, खोजी कुत्तों, ड्रोन एवं अन्य उपकरणों को लगाया तथा तलाश अभियान को तेज कर दिया है। बचाव अभियान के जारी रहने के बीच स्थानीय लोगों ने दावा किया कि शिमला और कुल्लू की सीमा पर स्थित तीन गांवों समेज, धारा शारदा और कुशवा में इस त्रासदी के बाद से बिजली नहीं है। इस कार्य में सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), पुलिस और होमगार्ड के 410 कर्मी इस बचाव व खोज अभियान में शामिल हैं।

चार और जेसीबी मशीनें लगायी गयी हैं तथा बचाव अभियान जोर-शोर से चल रहा है। उपप्रधान (सरपारा) सी एल नेगी ने बताया कि पानी का प्रवाह घट गया है जिसके बाद अब मशीनें मौके पर लाई गयी हैं एवं लापता लोगों के मिल जाने की संभावना है। रामपुर उपखंड में सरपारा ग्राम पंचायत के सामेज गांव में 30 से अधिक लोग लापता हैं। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने आज समेज गांव का दौरा किया एवं प्रभावित लोगों से मुलाकात की।

तत्काल राहत की घोषणा
राज्य सरकार ने शुक्रवार को पीड़ितों के लिए 50,000 रुपये की तत्काल राहत की घोषणा की थी और कहा था कि उन्हें अगले तीन महीनों के लिए किराए के लिए 5,000 रुपये मासिक दिए जाएंगे, साथ ही गैस, भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुएं भी दी जाएंगी। सत्ताईस जून को मानसून के आगमन से लेकर तीन अगस्त तक हिमाचल प्रदेश को 662 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र के अनुसार, बारिश से संबंधित घटनाओं में 79 लोगों की जान जा चुकी है।