चंबा। जिले के लोग वायरल फीवर ने जकड़ लिए हैं। मेडिकल कॉलेज चंबा में शुष्क ठंड से छाती में संक्रमण और श्वास रोग से पीड़ित मरीजों की तादाद बढ़...
शुष्क ठंड से वायरल ने जकड़ा, मेडिकल कॉलेज में रोजाना पहुंच रहे 1200 मरीज
चंबा। जिले के लोग वायरल फीवर ने जकड़ लिए हैं। मेडिकल कॉलेज चंबा में शुष्क ठंड से छाती में संक्रमण और श्वास रोग से पीड़ित मरीजों की तादाद बढ़ गई है। आलम यह है कि रोजाना मेडिकल कॉलेज चंबा में 1100 से 1200 मरीज उपचार करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। बीते एक सप्ताह में शुष्क ठंड के कारण 20 प्रतिशत मरीजों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है। मेडिकल कॉलेज चंबा में शिशु रोग ओपीडी, मेडिसिन वार्ड समेत चिकित्सा अधीक्षक कक्ष के बाहर भी मरीजों की कतारें साफ देखी जा सकती है। चिकित्सीय परामर्श लेने के बाद जहां अधिकांश मरीज वापिस अपने घरों को लौट रहे हैं तो वहीं वायरल फीवर की चपेट में आ चुके बच्चे और बुजुर्गों को उपचार के लिए दाखिल तक करना पड़ रहा है। चिकित्सक भी मरीजों को अपना और बच्चों का ठंड से बचाव करने को लेकर जरूरी परामर्श भी दे रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज चंबा में आम दिनों की अपेक्षा बीते एक सप्ताह में बढ़ने वाली मरीजों की ओपीडी है। आम दिनों में जहां मेडिकल कॉलेज चंबा में 600 से 800 ओपीडी रहती है वहीं, अब यह ओपीडी 1100 से लेकर 1200 तक पहुंच चुकी है। मरीजों की बढ़ती तादाद के बाद स्वास्थ्य महकमा भी अलर्ट है।
ये हैं लक्षण
सूखी खांसी, शरीर में दर्द, बुखार आना, गला खराब होना और सर्दी लगना वायरल फीवर के मुख्य लक्षण हैं।
ये करें बचाव
गर्म पानी का सेवन करें, अत्यधिक ठंड से बचाव करें, फलों, ड्राइफ्रूट का सेवन और खाना गर्म करके खाएं। सुबह-शाम की सैर करने के बजाय दोपहर के समय सैर करें।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया कि वायरल फीवर के बीते एक सप्ताह में 20 प्रतिशत मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। लोग सुबह-शाम की सैर करने के बजाय दोपहर के समय सैर करें। ठंड से जितना हो सके अपना बचाव स्वयं करें। बुखार, खांसी और शरीर में दर्द अत्यधिक बढ़ने पर तुंरत चिकित्सीय परामर्श लेकर दवाइयां आरंभ करें।