हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बारिश के कारण प्रभावित हुई फसलों में टमाटर (Tomato Prices) भी शामिल है. उत्तर भारत के कई बाजारों में हिमाचल प्रदे...
क्या फिर 100 रु. पार जाएगा टमाटर? हिमाचल में भारी बारिश से फिर बिगड़ा माहौल
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बारिश के कारण प्रभावित हुई फसलों में टमाटर (Tomato Prices) भी शामिल है. उत्तर भारत के कई बाजारों में हिमाचल प्रदेश से टमाटर जाते हैं. लेकिन भारी बारिश के कारण सड़कों को भी नुकसान हुआ है. कई जगह सड़कें बह गई है. जिसके कारण यातायात प्रभावित हुआ है. इसलिए टमाटरों के दामों में वृद्धि हो सकती है.
टमाटरों के दाम (Tomato Prices) से अभी राहत मिली ही थी कि अब फिर से आशंका जताई जा रही है कि टमाटर 100 रुपये के पार जा सकते हैं. मुंबई, दिल्ली, एनसीआर में अभी टमाटर 60 से 70 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भारी बारिश हो रही है. जिसके कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है.
हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बारिश के कारण प्रभावित हुई फसलों में टमाटर (Tomato Prices) भी शामिल है. उत्तर भारत के कई बाजारों में हिमाचल प्रदेश से टमाटर जाते हैं. लेकिन भारी बारिश के कारण सड़कों को भी नुकसान हुआ है. कई जगह सड़कें बह गई है. जिसके कारण यातायात प्रभावित हुआ है. इसलिए टमाटरों के दामों में वृद्धि हो सकती है.
आजादपुर मंडी के व्यापारी का कहना है कि भारी बारिश से न केवल फसलों को नुकसान हुआ बल्कि सड़कों को भी भारी नुकसान हुआ है. जिसके कारण सप्लाई चेन प्रभावित हो सकती है. जिसके कारण टमाटरों के दाम फिर से बढ़ सकते हैं.
दिल्ली और एनसीआर में टमाटरों के दाम के बारे में केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के विभाग की तरफ से जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार वहां खुदरा बाजार में दाम 70 रुपये प्रति किलो है.
सरकार बेच रही सस्ती दरों पर टमाटर
आम आदमी को राहत देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ ने ने भी जरूरी कदम उठाये हैं. जिसके बाद ही सरकार ने 29 जुलाई से रियायती दरों पर टमाटर बेचने शुरू कर दिए हैं. जिसके बाद टमाटरों की कीमत में खुदरा बाजार में भी गिरावट आ गई.कम होगी टमाटर
व्यापारियों का कहना है कि आने वाले समय में टमाटर के दाम फिर से कम हो सकते हैं. पिछले साल इसी मौसम में भारी बारिश और बाढ़ के कारण टमाटर की कीमतों में 350 रुपये प्रति किलो तक का उछाल आया था. जिसके बाद बड़े-बड़े होटल के साथ छोटे रेस्टोरेंट ने भी टमाटर का इस्तेमाल करना बंद कर दिया था.