हिमाचल के चम्बा जिला में लगने जा रहा 2 महीने का 'प्रतिबंध', आदेशाें का उल्लंघन करने पर हाेगी कड़ी कार्रवाई

15 जून के बाद अगले 2 माह तक रावी नदी में मछली का शिकार करने पर रहेगा प्रतिबंध  हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में रावी समेत अन्य सहायक नदियों में...

हिमाचल के चम्बा जिला में लगने जा रहा 2 महीने का 'प्रतिबंध', आदेशाें का उल्लंघन करने पर हाेगी कड़ी कार्रवाई

हिमाचल के चम्बा जिला में लगने जा रहा 2 महीने का 'प्रतिबंध', आदेशाें का उल्लंघन करने पर हाेगी कड़ी कार्रवाई

15 जून के बाद अगले 2 माह तक रावी नदी में मछली का शिकार करने पर रहेगा प्रतिबंध 

हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा में रावी समेत अन्य सहायक नदियों में 15 जून के बाद अगले 2 माह तक रावी नदी में मछली का शिकार करने पर प्रतिबंध रहेगा। मत्स्य पालन विभाग ने इस बारे में पंजीकृत मछुआरों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 15 जून के बाद 15 अगस्त तक अगर कोई मछुआरा मछली पकड़ता हुआ पाया जाता है तो विभाग की तरफ से तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिले में 500 से अधिक लाइसैंस धारक मछुआरे, विभाग करेगा बैठक जिले में विभाग के पास 500 से अधिक लाइसैंस धारक मछुआरे हैं, जोकि मछली पकड़कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। अब सभी मछुआरे अगले 2 माह तक नदी में मछली नहीं पकड़ पाएंगे। 16 जून से लेकर 15 अगस्त तक रावी नदी में मछली प्रजनन करती हैं। इसलिए मछली पकड़ने पर रोक लगाई गई है। इस बारे में विभाग की ओर से भी पंजीकृत मछुआरों के साथ बैठक बुलाई गई है। इसमें प्रतिबंधित समयावधि में मछली पकड़ने के बारे में मछुआरों को अवगत करवाया जाएगा। 

धरपकड़ अभियान के लिए विशेष टीम गठित

विभाग ने स्पष्ट किया है कि प्रतिबंध के दौरान कोई भी व्यक्ति खड्ड या नदी-नालों में मछलियों का शिकार नहीं कर सकता। धरपकड़ अभियान के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। यदि कोई मछलियों का शिकार करता हुआ पाया गया तो उसे कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने कर्मचारियों को खड्डों व नालों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। निर्देश मिलने के उपरांत कर्मचारी खड्डों व नालों का लगातार निरीक्षण करेंगे। यदि कोई मछलियों का अवैध शिकार करता हुआ पकड़ा गया तो जुर्माने का प्रावधान रखा गया है। 

विभाग पहले भी प्रतिबंध के दाैरान कर चुका है कार्रवाई

अक्सर देखा गया है कि लोग खड्डों व नालों में अवैध तरीके से मछलियों का शिकार करने के लिए उतर जाते हैं। कई बार कांटा या जाल डालकर मछलियों का शिकार कर लिया जाता है। हालांकि इस तरह का कार्य पूरी तरह अवैध होता है। पहले भी विभाग की तरफ से मछलियों का अवैध शिकार करने पर कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।