चाइनीज फ्लू: डॉक्टरी सलाह के अनुसार बच्चों को भीड़-भाड़ में ले जाने से बचें

चीन में बच्चों और युवाओं में फैसले निमोनिया और संक्रामक फ्लू की रहस्यमय बीमारी को देखते हुए डॉक्टरों ने बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ले जाने से ब...

चाइनीज फ्लू: डॉक्टरी सलाह के अनुसार बच्चों को भीड़-भाड़ में ले जाने से बचें

चाइनीज फ्लू: डॉक्टरी सलाह के अनुसार बच्चों को भीड़-भाड़ में ले जाने से बचें

चीन में बच्चों और युवाओं में फैसले निमोनिया और संक्रामक फ्लू की रहस्यमय बीमारी को देखते हुए डॉक्टरों ने बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचने की सलाह दी है। इसके अलावा डॉक्टरों का यह भी कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है। बस, सर्दी-जुकाम होने पर डॉक्टर को दिखाना न भूलें।

हिमाचल में ओपीडी में बच्चों की संख्या बढ़ी

हिमाचल सरकार ने भी इस संक्रामक बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया है। मंडी जिले के अस्पतालों में सर्दियों के मौसम में ओपीडी में बच्चों की संख्या में इजाफा हुआ है। इनमें अधिकतर केस सर्दी-जुकाम और बुखार के हैं। डॉक्टरों की मानें तो जोनल अस्पताल मंडी और नेरचौक मेडिकल कॉलेज में रोजाना 200 से 300 बच्चे ओपीडी में पहुंच रहे है। कॉलेज की एमएम डॉ. दीपाली शर्मा ने बताया कि सर्दियों के सीजन में सर्दी-जुखाम के मामले बढ़ जाते हैं। उन्होंने बच्चों को वायरल फीवर से बचाने के लिए माता-पिता को बच्चों को गर्म कपड़े पहनाने और भीड़-भाड़ वाले इलाके में न ले जाने की अपील की है।

किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें 

उन्होंने कहा कि यदि बच्चों में सर्दी-जुखाम और वायरल फीवर के लक्षण नजर आते हैं तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में लेकर आएं। इससे उन्हें निमोनिया से बचाया जा सकेगा और समय पर उनका इलाज मुमकिन होगा। जोनल अस्पताल मंडी के सीएमओ डॉ. एनके भारद्वाज ने बताया कि प्रदेश सरकार की एडवाइजरी सभी स्वास्थ्य खंडों को भेजी गई है। मौसमी बदलाव के कारण बुखार और वायरल फीवर जैसे मामले ही सामने आ रहे हैं। आपात स्थिति बनने पर स्वास्थ्य विभाग उससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।