राजनीतिक पार्टियों के नेता चुनावों के दौरान सड़क बनाने के दावे तो करते हैं लेकिन चुनाव निपटने के बाद सभी दावे स्वाह सलूणी पंचायत के आधा दर्जन...
सलूणी पंचायत के आधा दर्जन गांव अभी भी सड़क सुविधा से वंचित
राजनीतिक पार्टियों के नेता चुनावों के दौरान सड़क बनाने के दावे तो करते हैं लेकिन चुनाव निपटने के बाद सभी दावे स्वाह
सलूणी पंचायत के आधा दर्जन गांव आज भी सड़क सुविधा के लिए तरस रहे हैं। चुनावों के दौरान राजनीतिक पार्टियों के नेता सड़क बनाने के दावे तो करते हैं, लेकिन चुनाव निपटने के बाद सभी दावे ठंडे बस्ते में चले जाते हैं। यही वजह है कि सलूणी पंचायत के आधा दर्जन गांव आज भी सड़क से वंचित हैं। गांववासी बीमार लोगों को पालकी या पीठ पर उठाकर पांच किलोमीटर दूर लेकर जाते हैं। समय पर अस्पताल न पहुंचने के लिए कारण कई मरीज बीच रास्ते में दम तोड़ देते हैं। ऐसे कई घटनाक्रम पंचायत में घटित हो चुके हैं। गर्भवती को प्रसव के लिए पालकी में उठाकर अस्पताल लेकर जाना पड़ता है, क्योंकि उसे सड़क के अभाव में एंबूलेंस सुविधा नहीं मिल पाती है।
मुंडाह-एक, दो और तीन, शलयुंड, शाली, लेहनाई व रोण गांव अभी तक सड़क से नहीं जुड़ पाए
ग्रामीणों में परवीन शर्मा, मान सिंह, तुला राम, माधो राम, जगदीश चंद, कैलाश और अमरो राम ने बताया कि मुंडाह-एक, दो और तीन, शलयुंड, शाली, लेहनाई व रोण गांव अभी तक सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं। नरोही नाला तक पांच किमी तक ग्रामीणों को पैदल ही पगडंडी के रास्ते आवाजाही करनी पड़ती है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इन गांवों को शीघ्र सड़क सुविधा से जोड़ा जाए। उधर, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता कुमुद उपाध्याय ने बताया कि सड़क की पैमाइश हो चुकी है। वन विभाग की क्लीयरेंस के लिए आवेदन किया गया है।