हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाके बर्फ से लकदक हो गए हैं। राज्य के किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति व चंबा जिले के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का...
हिमाचल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों ने ओढ़ी बर्फ की सफेद चादर, छह दिनों तक मौसम खराब रहने के आसार
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाके बर्फ से लकदक हो गए हैं। राज्य के किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति व चंबा जिले के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। राजधानी शिमला में भी सुबह से बादल छाए हुए हैं। तापमान में गिरावट से ठिठुरन बढ़ गई है। जिला कुल्लू और लाहौल के कई इलाकों में जनजीवन अभी पटरी पर नहीं लौटा कि मौसम में फिर करवट ली है। सोमवार रात से जिला कुल्लू के ऊंचे इलाकों और लाहौल घाटी में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है।
रोहतांग दर्रा में 25, अटल टनल के साउथ पोर्टल में 12 ,नॉर्थ पोर्टल 8, सिस्सू और केलांग में पांच-पांच सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है। जनजातीय जिले लाहौल में ग्रामीण इलाकों में 100 से अधिक सड़कें बंद हैं। वहीं, कुल्लू में हाईवे-305 पिछले तीन सप्ताह से बसों के लिए बंद रहा है। जिला प्रशासन ने सैलानियों व आम लोगों को मौसम को देखते हुए यात्रा करने की सलाह दी है। इसके अलावा लाहौल घाटी में हिमस्खलन की भी आशंका जताई गई है।
4 मार्च तक ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज राज्य के कई भागों में बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई गई है। 28 फरवरी को भी उच्च पर्वतीय कुछ स्थानों पर मौसम खराब रहने के आसार हैं। 29 फरवरी से राज्य में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के आसार हैं। इसके प्रभाव से 1 से 3 मार्च तक राज्य के कई क्षेत्रों में भारी बारिश व अंधड़ चलने व बिजली चमकने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। 4 मार्च को उच्च पर्वतीय कुछ स्थानों पर मौसम खराब बना रह सकता है।