कशमल की जड़ों को बाहरी राज्यों में में बेचकर दवाई तैयार की जाती है वन विभाग की भूमि पर अवैध तरीके से कशमल की जड़ें निकालने वाले व्यक्ति पर वि...
ब्लॉक किहार में वन भूमि से कशमल की जड़ें निकालते एक धरा, 78,000 रुपये लगाया जुर्माना
कशमल की जड़ों को बाहरी राज्यों में में बेचकर दवाई तैयार की जाती है
वन विभाग की भूमि पर अवैध तरीके से कशमल की जड़ें निकालने वाले व्यक्ति पर विभाग ने 78,000 रुपये जुर्माना लगाया है। किहार ब्लॉक में कुछ लोग वन विभाग की अनुमति के बिना कशमल की जड़ों को उखाड़ रहे थे। इसकी सूचना जैसे ही विभाग को मिली तो वन मंडल अधिकारी चुराह अपनी टीम को साथ मौके पर पहुंचे। विभागीय टीम को देखकर कशमल की जड़ों को उखाड़ रहे लोग जंगल में भाग गए, लेकिन एक व्यक्ति को टीम ने मौके पर दबोच लिया। जब वन भूमि से उखाड़ीं गईं कशमल जड़ों की मात्रा को मापा गया तो उसके आधार पर व्यक्ति को 78,000 रुपये जुर्माना लगाया गया। इन जड़ों को निकालने के बाद लोग बाहरी राज्यों में बेचते हैं। जहां पर जड़ों से दवाई तैयार की जाती है।
निजी भूमि की अनुमति, सरकारी से निकाल रहे जड़ें
जानकारी के अनुसार वन मंडल चुराह के किहार के अलावा हिमगिरी ब्लॉक में भी कशमल की जड़ें निकालने का मामला विभाग के सामने आया है। यहां पर वन विभाग से अनुमति लेकर निजी भूमि पर कशमल की जड़ें निकालीं जा रहीं थीं। लेकिन जब विभाग की टीम ने जांच की तो पाया गया कि यहां लोग निजी भूमि के साथ वन विभाग की भूमि पर भी जड़ें उखाड़ रहे हैं। इसके बाद उनके खिलाफ विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया। साथ ही उन्हें हिदायत दी कि वे सिर्फ निजी भूमि से ही कशमल जड़ों को निकाले। वन विभाग की इस कार्रवाई के बाद कशमल जड़ों का अवैध कारोबार करने वालों में हड़कंप मच गया है। क्योंकि वन भूमि से इन जड़ों को निकालने वालों के खिलाफ विभाग सजग हो गया है। वन भूमि से कशमल की जड़ें निकालने वाले व्यक्ति को जुर्माना लगाया गया है। निजी भूमि से कशमल निकालने वालों पर भी विभाग ने पूरी निगरानी रखी हुई है, जो भी व्यक्ति वन भूमि से इन जड़ों को निकालेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।