विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि तपोवन में शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। सीसीटीवी तथा ड्रोन...
विधानसभा अध्यक्ष बोले तीसरी आंख से रहेगी हर हरकत पर नजर, सुरक्षा में किसी प्रकार की ढील नहीं बरती जाएगी
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि तपोवन में शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। सीसीटीवी तथा ड्रोन कैमरों से निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। सत्र के दौरान तपोवन विधान सभा भवन तथा परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सुरक्षा पूर्व की भांति चाक-चौबंद रहेगी। हिमाचल सरकार तथा विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को जारी किए गए शासकीय पास प्रमुखता से प्रदर्शित करने होंगे। सोमवार को तपोवन विधानसभा भवन में पे्रस वार्ता को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा का चौथा सत्र 19 से 23 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। 19 दिसंबर मंगलवार को सुबह 11 बजे सत्र का शुभारंभ होगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस सत्र में कुल पांच बैठकें होंगी तथा 23 दिसंबर को शनिवार के दिन भी बैठक आयोजित की जाएगी। 21 दिसंबर का दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किया गया है।
शीतकालीन सत्र की अधिसूचना 29 नवंबर को पहले ही जारी कर दी गई थी
सत्र की अधिसूचना 29 नवंबर को पहले ही जारी की जा चुकी है। सत्र की अधिसूचना जारी होने के साथ ही विधानसभा सदस्यों से प्रश्नों से संबंधित सूचनाएं विधान सभा सचिवालय को आनी शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन उपायुक्त कांगड़ा की अध्यक्षता में पहले भी बैठकें कर चुका है, लेकिन सत्र के दृष्टिगत सोमवार को उनकी अध्यक्षता में पहली बैठक का आयोजन किया गया है। सत्र में भाग लेने आ रहे पक्ष तथा प्रतिपक्ष के माननीय सदस्यों की ठहरने की समुचित व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। विधानसभा भवन के अंदर मोबाइल, लैपटॉप तथा इलेक्ट्रॉनिक वस्तु के ले जाने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा। उपायुक्त कांगड़ा, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा, उप-निदेशक पर्यटन, महाप्रवंधक दूर संचार धर्मशाला, मुख्य चिकित्सक अधिकारी धर्मशाला, आयुक्त नगर निगम धर्मशाला, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग, अधिशाषी अभियंता विद्युत बोर्ड सहित विभिन्न अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।
विधानसभा सदस्यों से अब तक 165 प्रश्र ही आए
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने बताया कि अब तक विभिन्न विधानसभा सदस्यों की ओर से 165 प्रश्न आ चुके हैं और आने वाले समय में आंकड़ा बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि पहले आए प्रश्रों पर पहले चर्चा की जाएगी। इसके अलावा प्रदेश के गंभीर मसलों से जुड़ा कोई प्रश्र सदन में आता है तो उस पर भी प्राथमिकता के साथ चर्चा कर उसका हल करने का प्रयास किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष होने के नाते मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि सत्तापक्ष और विपक्ष सकारात्मक सोच के साथ प्रदेश के विकास कार्यों पर चर्चा करें।
मानसून सत्र भी धर्मशाला में होगा, तपोवन विधानसभा भवन को प्रशिक्षण केंद्र के रूप में करेंगे विकसित, युवा व महिला पार्लियामेंट का भी होगा आयोजन
प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला के तपोवन स्थित विधानसभा भवन अब सफेद हाथी नहीं रहेगा। आने वाले समय में विधानसभा भवन में विधानसभा संबंधी गतिविधियां बढ़ाई जाएंगी। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि शीतकालीन सत्र के बाद अगला मानसून सत्र भी शिमला के बजाय धर्मशाला में करवाया जा सकता है। हालांकि अभी ऐसा तय नहीं है, लेकिन शिमला स्थित सचिवालय की मरम्मत और रखरखाव के चलते प्रदेश सरकार अगले सत्र के लिए धर्मशाला का रुख कर सकती है। वह धर्मशाला के तपोवन में होने वाले शीतकालीन सत्र की तैयारियों का जायजा लेने यहां आए हुए थे।
पठानिया ने कहा कि धर्मशाला की विधानसभा को भी ई-विधानसभा बनाया जाएगा
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि धर्मशाला विधानसभा को ई-विधानसभा बनाया जाएगा। प्रदेश में आयोजित की गई बाल विधानसभा के बाद अब युवा तथा महिला विधानसभा आयोजित की जा सकती हैं। हिमाचल प्रदेश की विधानसभा, देश के दूसरे राज्यों के लिए भी आदर्श बन कर उभरी है। अन्य राज्य भी हिमाचल विधानसभा के मॉडल को फोलो कर रहे हैं। कर्नाटक व असम संपर्क कर रहे हैं। जल्द ही धर्मशाला की विधानसभा भी ई विधानसभा के रूप मेें कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि देश की बहुत सी विधानसभाएं ऐसी हैं जो ई-विधानसभा नहीं बन पाई हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही धर्मशाला की विधानसभा को ई-विधानसभा बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि तपोवन स्थित भवन को प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके अलावा यहां विधानसभा से संबंधित अन्य गतिविधियां भी बढ़ाई जाएंगी।