सुक्खू कैबिनेट की बैठक, बागी राजिंदर राणा ने कहा संकट में सरकार

पशुपालन विभाग में 1000 पद मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ वोटिंग बागी विधायकों पर महंगी पड़ गई। इस घ...

सुक्खू कैबिनेट की बैठक, बागी राजिंदर राणा ने कहा संकट में सरकार

सुक्खू कैबिनेट की बैठक, बागी राजिंदर राणा ने कहा संकट में सरकार

पशुपालन विभाग में 1000 पद मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ वोटिंग बागी विधायकों पर महंगी पड़ गई। इस घटनाक्रम के बाद सुक्खू सरकार अलर्ट हो गई है और वहीं सुक्खू सरकार ने विधायक नंद लाल और मोहन लाल ब्राक्टा की सुरक्षा बढ़ा दी है। बैठक में रोजगार से संबंधित बातें हुईं हैं। मंत्री रोहित ठाकुर कैबिनेट के फैसलों की जानकारी दे रहे हैं। राजेश धर्माणी और गोमा भी साथ बैठे। पशुपालन विभाग में 1000 पद मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती होगी। जलशक्ति विभाग में चार डिवीजन खुलेंगे। मुख्यमंत्री की रिसोर्स मोबाइलाइजेशन की सोच है। शराब के ठेकों की नए सिरे से ऑक्शन होगी। बहुत से संस्थान खोले जाएंगे। इसके अलावा प्रदेश देवभूमि के रूप में जाना जाता है। बहुत से मेलों में आने वाली पीढ़ियों के लिए बने रहें। जयसिंहपुर में सल्याणा मेले को राज्यस्तरीय मेले का दर्जा। हरोली उत्सव जिला स्तर का था, अब स्टेट लेवल पर होगा। लेफ्ट आउट पीटीए शिक्षक भी नियमित होंगे। 15 से अधिक स्कूलों को दुर्गम क्षेत्रों में अपग्रेड किया गया है। रामलाल ठाकुर के नाम से किया गया स्कूल का नामकरण। कई स्कूलों के नाम इसी तरह से रखे गए हैं।

बागी राजिंदर राणा का दावा

हिमाचल प्रदेश के बागी विधायक राजिंदर राणा ने राज्य की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सवा साल हो गए हैं। हमने कई बार हाईकमान को अवगत कराया कि प्रदेश में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सीएम सुक्खू विधायकों को जलील और अपमानित करते हैं। यहां तक की विधायकों के काम नहीं करते हैं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की कोई सरकार नहीं थी। यह सिर्फ सुक्खू के मित्रों की सरकार है। कई बार बोलने के बाद भी कोई असर नहीं हुआ। 

हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष बोलीं कल क्या होगा, नहीं कह सकती

प्रतिभा सिंह ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले छह बागी विधायकों का नाराज होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी विधायकों की मांगों पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया, उनकी बात तक नहीं सुनी गई।

बागी विधायकों से मिलकर दिल्ली पहुंचे मंत्री विक्रमादित्य

चंडीगढ़ में बागियों के साथ रहे और फिर दिल्ली रवाना हुए। हालांकि, शाम को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि विक्रमादित्य उनसे बात करने के बाद ही चंडीगढ़ गए। वह नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी मिलेंगे। देखते हैं कि अब आगे क्या होता है।