पांगी-भरमौर के स्कूलों में भारत के मानचित्र से देश का दिल गाायब

भारत के मानचित्र से देश का दिल, दिल्ली ही गायब, देश के केंद्र शासित प्रदेशों का भी कोई जिक्र नहीं  पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र के कई स्कूलों...

पांगी-भरमौर के स्कूलों में भारत के मानचित्र से देश का दिल गाायब

पांगी-भरमौर के स्कूलों में भारत के मानचित्र से देश का दिल गाायब

भारत के मानचित्र से देश का दिल, दिल्ली ही गायब, देश के केंद्र शासित प्रदेशों का भी कोई जिक्र नहीं 

पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र के कई स्कूलों की दीवारों पर उकेरे भारत के मानचित्र से देश का दिल ही गायब है। साथ ही देश के केंद्र शासित प्रदेशों का भी कोई जिक्र नहीं है। वर्षों पहले दीवारों पर उकेरे गए इन मानचित्रों को समय रहते अपडेट ही नहीं किया गया है। लिहाजा शिक्षा विभाग की इस गलती की वजह से देश भावी पीढ़ी के समक्ष भी गलत जानकारी जा रही है। विधायक डा. जनक राज ने विभिन्न इलाकों की पाठशालाओं का दौरा करने के उपरांत इस बड़ी गलती को सामने लाया है। साथ ही जनक राज प्रदेश के अन्य स्कूलों में भी इस तरह की बड़ी चूक होने का अंदेशा जताते हुए मुख्यमंत्री से जल्द कदम उठाने का आग्रह किया है। उपायुक्त चंबा से भी इस मामले में उचित कदम उठाया जाए।

बकौल डा. जनक राज स्कूलों की दीवारों पर भारत का मानचित्र अपडेटड नहीं 

पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. जनक राज बताते हैं कि इलाके की विभिन्न पाठशालाओं के दौरे के दौरान उन्होंने देश के मानचित्र को देखा तो भी अंचभित रह गए। बकौल डा. जनक राज स्कूलों की दीवारों पर भारत का मानचित्र दर्शाया गया है, वह अपडेटड नहीं है और काफी पुराना मैप है। मानचित्र में कई स्थानों पर देश की राजधानी दिल्ली का स्थान भी अंकित नहीं है। देश के नए राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भारत सरकार द्वारा अधिसूचित किए गए है, उनका भी कहीं उल्लेख नहीं है। इस विषय पर उपायुक्त को आग्रह किया है पूरे जिला चंबा में एक सर्वे करवाकर जहां-जहां भी इस तरह के मानचित्र भारत के उकेरे गए है उन्हें नया बनाया जाए

स्कूलों में उकेरे भारत के मानचित्र को किया जाए अपडेट

साथ ही प्रधान सचिव और मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया है कि इस तरह के दिशा-निर्देश राज्य भर में दिए जाए। जनक राज ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह एक ऐसी चीज है जो शायद पूरे प्रदेश में इस वक्त इस परिस्थिति में होगी। भारत के मानचित्र स्कूलों में उकेरे गए है, उनको अपडेट किया जाना अति आवश्यक है ताकि बच्चों के पास शिक्षा के साथ-साथ सही जानकारी पहुंचे।

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