ग्रामीण गरझिंडू से सगोटी तक सड़क बनाने की मांग कई बार उठा चुके जिस पर न नेता और न ही किसी भी अधिकारी का ध्यान डलहौजी विधानसभा क्षेत्र की भजोत...
भजोत्रा व नड्डल पंचायतों के गांव आजादी के सात दशक बाद भी सड़क से अछूते
ग्रामीण गरझिंडू से सगोटी तक सड़क बनाने की मांग कई बार उठा चुके जिस पर न नेता और न ही किसी भी अधिकारी का ध्यान
डलहौजी विधानसभा क्षेत्र की भजोत्रा और नड्डल पंचायतों के एक दर्जन गांव आजादी के सात दशक बाद भी सड़क से नहीं जुड़े हैं। सरकार भले ही गांवों को सड़क से जोड़ने के दावे करती है, लेकिन ये दावे धरातल पर नहीं उतर रहे हैं। इसका खामियाजा ग्रामीणों, स्कूली विद्यार्थियों, गृहिणियों और बुजुर्गो को उठाना पड़ रहा है। ग्रामीण गरझिंडू से सगोटी तक सड़क बनाने की मांग कई बार उठा चुके हैं, लेकिन न नेता और न ही विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान दे पाए हैं। ग्रामीणों के अनुसार गरझिंडू से सगोटी तक सड़क बनने से भजोत्रा और नड्डल पंचायतों की 1500 की आबादी को लाभ होगा।
डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के तहत भजोत्रा पंचायत के सगोटी, मोहण, सैगोटी, पंजोगा, खुड़कोटा, हाला, खालोह, दिभाला, नगवाड़ी, गतका गांव इसके गवाह
ग्रामीणों में अविनाश, देसराज, बृजलाल, चमारू राम, कमलेश कुमार, विपन कुमार, अमर चंद, अशोक कुमार, दलीप कुमार, कन्हैया राम, राकेश कुमार, प्रमोद कुमार, किशन चंद और विजय कुमार ने बताया कि सड़क के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों में विकास थम जाता है। डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के तहत भजोत्रा पंचायत के सगोटी, मोहण, सैगोटी, पंजोगा, खुड़कोटा, हाला, खालोह, दिभाला, नगवाड़ी, गतका गांव इसके गवाह हैं। सड़क न होने से बीमारी की हालत में मीलों पैदल चलकर मरीजों को पालकी में उठाकर सड़क तक लाना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि हर बार नेता उनका उपयोग वोट बैंक के लिए करते हैं। किसी ने भी ग्रामीणों की मांग को पूरा करने के लिए विशेष प्रयास नहीं किए हैं। बताया कि गरझिंडू से संगोटी तक सड़क बनने से भजोत्रा और नड्डल पंचायतों की 1500 की आबादी लाभान्वित होगी। उधर, लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता संदीप शर्मा ने बताया कि चियूगली से संगोटी तक सड़क निर्माण के लिए वन विभाग को एफआरए क्लीयरेंस के लिए लिखा गया है। जैसे ही विभाग की अनुमति मिलेगी विभाग अपने स्तर पर कार्य आरंभ करवाने संबंधी प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाना शुरू कर देगा।