नादान बच्चे अनजाने में कॉटन कैंडी खाकर अपनी सेहत से कर रहे खिलवाड़ प्रदेश में कॉटन कैंडी पर प्रतिबंध होने के बावजूद जिला चंबा में लोग बच्चों...
वाह री व्यवस्था प्रतिबंध के बाद भी धड़ल्ले से बिक रही कॉटन कैंडी
नादान बच्चे अनजाने में कॉटन कैंडी खाकर अपनी सेहत से कर रहे खिलवाड़
प्रदेश में कॉटन कैंडी पर प्रतिबंध होने के बावजूद जिला चंबा में लोग बच्चों को कॉटन कैंडी बेच रहे हैं। यह बच्चों की सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। कॉटन कैंडी के सैंपल प्रदेश भर में फेल हुए हैं। इसे बनाने में जिस रंग का इस्तेमाल किया जाता है, उस रंग को स्वास्थ्य विभाग की प्रयोगशाला ने लोगों की सेहत के लिए हानिकारक बताया है। इसके चलते एक साल के लिए कॉटन कैंडी के निर्माण और बिक्री पर प्रदेश में पूरी तरह से रोक लगाई गई है। चंबा शहर सहित चुराह और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ बाहरी राज्यों के लोग बच्चों को कॉटन कैंडी बेच रहे हैं। नादान बच्चे अनजाने में कॉटन कैंडी खाकर अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग को सतर्क होने की जरूरत है।
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा चंबा ने बताया कि चंबा में कोई भी व्यक्ति कॉटन कैंडी बेचता हुआ पाया गया तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के खाद्य सुरक्षा विंग ने प्रदेश में कॉटन कैंडी प्रतिबंधित होने पर अपने सभी दुकानदारों को इसकी बिक्री नहीं करने के निर्देश जारी कर दिए थे, लेकिन गर्मी का मौसम आते ही बाहरी राज्यों के लोग पैसे कमाने के चक्कर में हिमाचल में आ जाते हैं। इन दिनों चंबा जिला में भी बाहरी राज्यों के लोग कॉटन कैंडी बनाकर बच्चों को बेच रहे हैं। इसे बच्चे स्वाद के साथ खा भी रहे हैं। इस कॉटन कैंडी को खाने से उनकी सेहत पर क्या असर होगा, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। कई अभिभावकों को भी इसके प्रतिबंध बारे जानकारी नहीं है। इसके चलते अभिभावक अनजाने में अपने बच्चों को कॉटन कैंडी खरीद कर दे रहे हैं। उधर, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा चंबा दीपक आनंद ने बताया कि चंबा में कोई भी व्यक्ति कॉटन कैंडी बेचता हुआ पाया गया तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कॉटन कैंडी पर प्रतिबंध लगते ही उन्होंने सभी दुकानदारों को इसकी बिक्री नहीं करने के निर्देश दिए थे।