लोक निर्माण विभाग प्रदेश के भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों मेंकैल्शियम क्लोराइड प्लांट स्थापित करेगा पीडब्ल्यूडी ने कैल्शियम क्लोराइड का पहला प्लांट...
पीडब्ल्यूडी के पहले कैल्शियम क्लोराइड प्लांट का उद्घाटन मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने किया
लोक निर्माण विभाग प्रदेश के भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों मेंकैल्शियम क्लोराइड प्लांट स्थापित करेगा
पीडब्ल्यूडी ने कैल्शियम क्लोराइड का पहला प्लांट शुरू कर दिया है। विभाग के कर्मचारियों को बर्फ हटाने में अब ज्यादा मशक्कत नहीं करनी होगी। अधिक बर्फबारी होने पर विभाग कैल्शियम क्लोराइड का छिडक़ाव करेगा। विभाग मौसम खराब होने के दौरान बर्फबारी से पहले और बाद में कैल्शियम क्लोराइड को छिडक़ाव सडक़ पर करेगा। इससे सडक़ पर बर्फ नहीं जमेगी और यातायात बाधित होने से बचा रहेगा। यह बात पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कही है। विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार को शिमला में पीडब्ल्यूडी के पहले कैल्शियम क्लोराइड प्लांट का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में लोक निर्माण विभाग प्रदेश की 12 भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों में ऐसे प्लांट स्थापित करेगा। उन्होंने बताया कि यह विधि बेहद किफायती है और इसका खर्च मात्र 500 रुपए प्रति किलोमीटर (सिंगल लेन) है। उन्होंने बताया कि कैल्शियम क्लोराइड और ब्राइन का प्लांट लगाया गया है, जिसका पानी के साथ तैयार मिश्रण सडक़ों पर छिडक़ा जाएगा, जो सडक़ों और पगडंडियों पर बर्फ पिघलाने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि अकसर बुजुर्ग और बच्चे सडक़ों पर जमी हुई बर्फ पर चलते हुए गिर कर घायल हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि अब इस विधि से सडक़ों पर बर्फ नहीं जमेगी।
बर्फबारी के दौरान सड़कें बंद नहीं होंगी और हादसों में भी कमी आएगी
जिससे बर्फबारी के दौरान यातायात सुचारू रहेगा और हादसों का खतरा भी कम हो जाएगा। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पहले बर्फ हटाने के कार्य में भ्रष्टाचार होता था, इसको लेकर उन्होंने पूर्व में भी कई बार विधानसभा में आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने भ्रष्टाचार पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के लिए यह पहल की है, जिसके तहत इस प्लांट का शुभारंभ किया गया है। इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता, मुख्य अभियंता कैप्टन एसपी जगोता, राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रमुख अभियंता भी उपस्थित रहे।
बर्फबारी संभावित क्षेत्रों में भेजी 17 मशीनें
विभाग ने बर्फबारी की तैयारी के मद्देनजर अब तक 17 जेसीबी मशीनें निचले क्षेत्रों से उठाई हैं। इन मशीनों को शिमला, रामपुर, किन्नौर, कुल्लू, चंबा समेत उन क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है जहां बर्फबारी होने की संभावना अधिक है। बर्फबारी होने के बाद जेसीबी संचालकों की छुट्टियां रद्द कर दी जाएंगी और उनसे 24 घंटे मोबाइल के माध्यम से कभी भी संपर्क किया जा सकता है।