संघ ने लगभग तीन महीनों से लटकी हुई TGT (ट्रेन्ड ग्रेजुएट टीचर) पदोन्नति की मांग उठाई

संघ ने तीन महीनों से लटकी हुई TGT (ट्रेन्ड ग्रेजुएट टीचर) पदोन्नति को लेकर सरकार से जल्दी निर्णय लेने की मांग की है। उनका कहना है कि प्रवक्ता से प्रिं...

संघ ने लगभग तीन महीनों से लटकी हुई TGT (ट्रेन्ड ग्रेजुएट टीचर) पदोन्नति की मांग उठाई

संघ ने लगभग तीन महीनों से लटकी हुई TGT (ट्रेन्ड ग्रेजुएट टीचर) पदोन्नति की मांग उठाई

संघ ने तीन महीनों से लटकी हुई TGT (ट्रेन्ड ग्रेजुएट टीचर) पदोन्नति को लेकर सरकार से जल्दी निर्णय लेने की मांग की है। उनका कहना है कि प्रवक्ता से प्रिंसीपल पदोन्नति सूची को जल्द जारी करने की आवश्यकता है। वे आगामी हफ्तों में प्रवक्ता पदोन्नति सूची को जारी करने की आवश्यकता को उजागर करने की भी मांग कर रहे हैं।

संघ का कहना है कि प्रवक्ता से प्रिंसीपल पदोन्नति में देरी हो रही है, जिसके कारण कई TGT अभ्यर्थी अपनी पदोन्नति को लेकर परेशानी महसूस कर रहे हैं। उन्हें आशा है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर उचित निर्णय लेगी और पदोन्नति प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करेगी।

राजकीय टीजीटी कला संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल और प्रदेश महासचिव विजय हीर ने बताया कि टीजीटी की पदोन्नति सूची जारी करने में विलंब हो रहा है। जून माह में प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी, लेकिन अब भी तक यह निर्णय नहीं लिया गया है। संघ ने प्रदेश समग्र शिक्षा अभियान के माध्यम से बीआरसीसी भर्ती नीति को जल्द ही स्थिर करने की मांग की है। अधिकांश खंडों में बीआरसीसी शिक्षक तैनात नहीं होने के कारण शिक्षा अभियान के कार्यक्रमों को संचालित करने में विस्तारित कार्यभार बढ़ गया है। स्कूलों की एसएसए ग्रांट्स को भी ठंडा कर दिया जा रहा है, जिससे स्कूल ग्रांट व्यय नहीं कर पा रहे हैं। एक बीआरसीसी प्रति खंड की बजाय दो बीआरसीसी प्रति खंड नियुक्त करना भी अब अधिक कठिन बन गया है।

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