PWD विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली से खफा ग्रामीणों ने निकाली आक्रोश रैली

वीरवार को जन एकता मंच बड़ग्रां के बैनर तले ग्रामीणों ने यह आक्रोश रैली निकाली लोक निर्माण विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली से नाराज ग्रामीणों ने छ: किलो...

PWD विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली से खफा ग्रामीणों ने निकाली आक्रोश रैली

PWD विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली से खफा ग्रामीणों ने निकाली आक्रोश रैली

वीरवार को जन एकता मंच बड़ग्रां के बैनर तले ग्रामीणों ने यह आक्रोश रैली निकाली

लोक निर्माण विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली से नाराज ग्रामीणों ने छ: किलोमीटर पैदल चलकर आक्रोश रैली निकाली। महिलाएं और पुरुष सरकार और लोक निर्माण विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्या का निदान नहीं किया गया तो वे 29 अप्रैल को मिनी सचिवालय भरमौर और पीडब्ल्यूडी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे। धरने से तब तक नहीं हटेंगे, जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो जाता। ग्रामीण लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे। वीरवार को जन एकता मंच बड़ग्रां के बैनर तले ग्रामीणों ने यह आक्रोश रैली निकाली। 

भरमौर-हरछु-बड़ग्रां मार्ग पर पलानी नाला में वर्ष 2003 से पुल बनाने का कार्य अभी तक पूरा नहीं 

मंच के अध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि भरमौर-हरछु-बड़ग्रां मार्ग पर पलानी नाला में वर्ष 2003 से पुल बनाने का कार्य चल रहा है। यह कार्य आज तक पूरा नहीं हो पाया है। इसमें कहीं न कहीं लोक निर्माण विभाग की लापरवाही है। पिछले दिनों भी ग्रामीण इस समस्या को लेकर अधिशासी अभियंता से मिले थे। उन्होंने आश्वासन दिया था कि 25 अप्रैल को पुल का सारा सामान पलानी नाले में पहुंच जाएगा। इसके बाद कार्य युद्ध स्तर पर चलेगा। उनका यह आश्वासन झूठा निकला। इससे नाराज ग्रामीणों ने वीरवार को बड़ग्रां से नारे लगाते हुए पलानी नाले तक आक्रोश रैली निकाली। अशोक कुमार ने बताया कि विभाग पुल बनाने वाले ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसके चलते यह कार्य कछुआ गति से चल रहा है। भरमौर से हरछू तक ग्रामीणों को बस सेवा का लाभ मिल रहा है। पलानी नाला में पुल नहीं होने के कारण उन्हें सात किलोमीटर के आगे का सफर छोटे वाहनों या पैदल तय करते हैं। हैरानी इस बात की है कि 21 सालों के बाद भी पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। उधर, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मीत कुमार ने बताया कि दो दिन में पुल का सामान पलानी में पहुंच जाएगा। इसके बाद कार्य युद्धस्तर पर शुरू होगा।