समय पर एंबुलेंस की मरम्मत और रखरखाव न होने से मरीजों व स्टाफ को होती है भारी परेशानी खज्जियार से मरीज को लेकर मेडिकल कॉलेज के लिए आ रही 108...
ब्रेक फेल होने से डंगे से टकराई एंबुलेंस, मरीजों को हल्की चोटें
समय पर एंबुलेंस की मरम्मत और रखरखाव न होने से मरीजों व स्टाफ को होती है भारी परेशानी
खज्जियार से मरीज को लेकर मेडिकल कॉलेज के लिए आ रही 108 एंबुलेंस की मंगला के भरोड़ी में ब्रेक फेल हो गई। गनीमत, यह रही कि चालक ने सूझबूझ के साथ एंबुलेंस को डंगे से टकराकर रोक दिया। हालांकि एंबुलेंस में मौजूद मरीज को हल्की चोटें आई हैं। एंबुलेंस के डंगे के साथ टकराने के बाद मौके पर ग्रामीण और राहगीर एकत्रित हो गए। एंबुलेंस चालक ने तुरंत अपने उच्चाधिकारियों को घटना के बारे में अवगत करवाया। इसके बाद दूसरी एंबुलेंस के जरिये मरीज को मेडिकल कॉलेज चंबा पहुंचाया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे दाखिल कर लिया गया है। जिला चंबा में वर्तमान समय में 108 की 18 एंबुलेंस सड़कों पर मरीजों को लेकर दौड़ रही हैं। लेकिन, समयानुसार इन एंबुलेंस की मरम्मत और रखरखाव न होना मरीजों की जिंदगियों पर कभी भी भारी पड़ सकता है। ऐसे में वर्तमान में एंबुलेंस के साथ तैनात स्टाफ अपने रिस्क पर ही इन्हें चलाते प्रतीत हो रहे हैं। इसका अंदाजा सोमवार दोपहर 3:00 बजे के करीब देखने को मिला। जब मरीज को लेकर खज्जियार से मेडिकल कॉलेज चंबा के लिए आ रही एंबुलेंस की मंगला के समीप ब्रेक फेल हो गई।
लोगों ने खटारा एंबुलेंस की समय रहते सुध लेने की उठाई आवाज
चालक ने समय रहते डंगे से एंबुलेंस को टकराकर बड़ा हादसा होने से बचा लिया। प्रत्यक्षदर्शियों मुकेश कुमार, सुरेश कुमार, दलीप कुमार, योगराज, राकेश कुमार, सुधीर कुमार और अमित कुमार ने बताया कि यदि एंबुलेंस चालक सात से आठ फीट आगे पहुंच कर ब्रेक फेल होने का चालक को आभास होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। उन्होंने खटारा एंबुलेंस की समय रहते सुध लेने की आवाज उठाई है। 108 एंबुलेंस संचालक कंपनी के अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि खज्जियार से सुल्तानपुर तक पूरी तरह से ढलान है। एंबुलेंस में तकनीकी खराबी आ जाने से ब्रेक नहीं लगी। चालक ने सूझबूझ करते हुए बड़ा हादसा होने से बचा लिया है। मरीज को हल्की चोट लगी है। जिन्हें दूसरी एंबुलेंस के जरिये मेडिकल कॉलेज चंबा में पहुंचाकर दाखिल करवा दिया गया है।