सलूणी में पार्किंग स्थल न होने से खेल मैदान में पार्क हो रहीं गाडिय़ां

दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही खेल मैदान की हालत, सडक़ किनारे खड़ी गाडिय़ों से मुख्यालय में सुबह-शाम जाम हुआ आम उपमंडल मुख्यालय में पार्किंग स्थल की कमी...

सलूणी में पार्किंग स्थल न होने से खेल मैदान में पार्क हो रहीं गाडिय़ां

सलूणी में पार्किंग स्थल न होने से खेल मैदान में पार्क हो रहीं गाडिय़ां

दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही खेल मैदान की हालत, सडक़ किनारे खड़ी गाडिय़ों से मुख्यालय में सुबह-शाम जाम हुआ आम

उपमंडल मुख्यालय में पार्किंग स्थल की कमी के चलते अब खेल मैदान में वाहन पार्क करने का सिलसिला आरंभ हो गया है। इससे मुख्यालय के बीचोंबीच स्थित खेल मैदान की हालत दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। उपमंडलीय प्रशासन की ओर से खेल मैदान में वाहन पार्क करने वालों के खिलाफ भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। उपमंडल मुख्यालय सलूणी में जलशक्ति, लोक निर्माण, वनमंडल, तहसील, एसडीपीओ, तहसील कल्याण, तहसील और खंड विकास अधिकारी के कार्यालय होने के चलते रोजाना सैकड़ों की तादाद में लोग काम के सिलसिले में पंहुचते हैं। मगर मुख्यालय में वाहन पार्किंग की सुविधा न होने से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मुख्यालय में सडक़ किनारे सीमित जगह होने के चलते अब चालकों ने खेल मैदान में वाहन खड़े करने आरंभ कर दिए हैं। इससे खेल मैदान की हालत काफी खराब होकर रह गई है। कस्बे के लोगों की मानें तो मुख्यालय में पार्किंग स्थल की कमी के चलते ट्रैफिक समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है।

मुख्यालय में सडक़ किनारे सीमित जगह होने के चलते अब चालकों ने खेल मैदान में वाहन खड़े करने आरंभ कर दिए

सडक़ के किनारे वाहन खड़े होने से मुख्यालय के मुख्य चौक पर बसों के ठहराव के चलते सुबह-शाम जाम की स्थिति बनकर रह जाती है। इससे कस्बे की सडक़ों पर पैदल आवाजाही रिस्की होकर रह गई है। उन्होंने बताया कि विभिन्न मंचों के माध्यम से मुख्यालय में पार्किंग स्थल के निर्माण की मांग उठाई जा चुकी हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। इसके चलते अब कस्बे का खेल मैदान पार्किंग स्थल में तब्दील होकर रह गया है। उन्होंने बताया कि कस्बे के इस इकलौते खेल मैदान में जातर व दंगल मेले के अलावा स्कूलों की खेलों का आयोजन किया जाता है। मगर मैदान में वाहन पार्क आरंभ होने से इसकी हालत खराब होती जा रही है। उन्होंने बताया कि खेल मैदान में वाहन पार्किंग पर रोक न लगाई गई तो आगामी दिनों में यहां होने वाले आयोजन बंद करने पड़ सकते हैं।