सुंडला पंचायत के गांव चोली में पानी के लिए सिर पर बर्तन रख कर लग रही दूसरे गांव की दौड़

गावं की महिलाओं को 4 किलोमीटर का रास्ता तय कर मरोठी से लाना पड़ रहा है पीने का पानी  सुंडला पंचायत के चोली गांव में पीने के पानी के लिए हाहाकार...

सुंडला पंचायत के गांव चोली में पानी के लिए सिर पर बर्तन रख कर लग रही दूसरे गांव की दौड़

सुंडला पंचायत के गांव चोली में पानी के लिए सिर पर बर्तन रख कर लग रही दूसरे गांव की दौड़

गावं की महिलाओं को 4 किलोमीटर का रास्ता तय कर मरोठी से लाना पड़ रहा है पीने का पानी 

सुंडला पंचायत के चोली गांव में पीने के पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। ग्रामीण दूसरे गांव मरोठी में जाकर पीने का पानी ढोने पर मजबूर हैं, क्योंकि उनके खुद के गांव में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। इसको लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है। घर के अन्य जरूरी कार्यों को निपटाने के लिए ग्रामीणों काे पानी का जुगाड़ करना मुश्किल हो गया है। हालांकि, पीने के लिए ग्रामीण दूसरे गांव में जाकर पानी ला रहे हैं। महिलाएं इस समस्या से सबसे ज्यादा परेशान हैं। उन्हें सुबह घर का अन्य कार्य निपटाने के बाद पीने के पानी को ढोने के लिए दूसरे गांव की दौड़ लगानी पड़ रही है। खेतों, पगडंडियों से होकर महिलाएं 4 किलोमीटर का रास्ता तय कर दूसरे गांव में पहुंच कर प्राकृतिक जलस्रोत से पानी भरकर लाने के लिए विवश हैं। इससे उनकी मुसीबतें काफी बढ़ गई हैं।

ग्रामीणों ने बंद पड़ी पेयजल आपूर्ति को शीघ्र बहाल करने का किया आवाहन 

स्थानीय निवासी अशोक कुमार, तेज सिंह, गोविंद राम, मोहन लाल, डोगरु राम और पूर्ण चंद ने बताया कि गांव में पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। प्रचंड गर्मी में उन्हें पीने के पानी का जुगाड़ करना काफी मुश्किल हो रहा है। भीषण गर्मी में जहां लोग पैदल चलने से गुरेज कर रहे हैं, ऐसे में ग्रामीणों को पानी से भरा बर्तन लेकर एक गांव से दूसरे गांव तक जाना पड़ रहा है। उन्होंने जल शक्ति विभाग से मांग की है कि गांव में बंद पड़ी पेयजल आपूर्ति को शीघ्र बहाल करवाया जाए। जल विभाग के कनिष्ठ अभियंता आशीष ठाकुर ने बताया कि गांव में पानी की समस्या किस वजह से हो रही है। इसका पता कर शीघ्र समाधान करवाया जाएगा।