SMC और IT शिक्षकों को अनुबंध कर्मियों के बराबर वेतन देने की तैयारी

बुधवार को राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में शिक्षकों की मांगों को पूरा करने के लिए चार विक...

SMC और IT शिक्षकों को अनुबंध कर्मियों के बराबर वेतन देने की तैयारी

SMC और IT शिक्षकों को अनुबंध कर्मियों के बराबर वेतन देने की तैयारी

बुधवार को राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में शिक्षकों की मांगों को पूरा करने के लिए चार विकल्पों पर चर्चा 

हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बीते कई वर्षों से सेवाएं दे रहे एसएमसी और कंप्यूटर शिक्षकों को अनुबंध कर्मचारियों के बराबर वेतन मिल सकता है। बुधवार को राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में शिक्षकों की मांगों को पूरा करने के लिए चार विकल्पों पर आधारित प्रस्ताव तैयार किया गया है। कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह सहित कई विभागीय अधिकारी बैठक में मौजूद रहे। एसएमसी और कंप्यूटर शिक्षकों को अनुबंध कर्मियों को वेतन देने के अलावा वेतनमान बढ़ोतरी सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं देने, शिक्षकों के साथ हर वर्ष किए जाने वाले करार की प्रक्रिया को समाप्त करने और सुप्रीम कोर्ट में नियमितीकरण नीति का पक्ष रखने का भी विकल्प तैयार किया है। शिक्षकों के कानूनी मामलों को लेकर विधि विभाग और वित्तीय प्रबंधन को लेकर वित्त विभाग से भी चर्चा करने का फैसला लिया गया है। सब कमेटी के प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी देने के लिए कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों से आग्रह किया है कि सरकार की मंशा को समझा जाए

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि इन शिक्षकों का मामला सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट तक गया है। इसका समाधान कैसे निकाला जाए। इस पर विचार किया गया। विधि विभाग से इसको लेकर राय ली जाएगी। वित्तीय प्रबंधन करने के लिए वित्त विभाग से बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन दोनों श्रेणियों के शिक्षकों को अनुबंध कर्मियों के मुकाबले कम वेतन मिलता है। इस बाबत स्थायी समाधान करने के लिए प्रयास जारी है। सरकार शिक्षकों के मामले को लेकर सकारात्मक फैसला ही लेगी। उन्होंने कहा कि एसएमसी शिक्षकों को हड़ताल पर नहीं जाना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया है कि सरकार की मंशा को समझा जाए।

एसएमसी शिक्षक आज से पेन डाउन स्ट्राइक पर

सरकारी स्कूलों में 15-15 साल से रिक्त पदों पर तैनात एसएमसी शिक्षकों ने नियमितीकरण और नियमित किए जाने के लिए स्थायी नीति बनाने की मांग को लेकर राजधानी में जारी क्रमिक अनशन के बाद वीरवार से शिक्षक पढ़ाने का काम बंद कर देंगे। प्रदेश भर में सेवारत करीब 2,500 शिक्षक अपनी मांग और आंदोलन की पूर्व में तय की गई रूपरेखा में वीरवार से पेन डाउन स्ट्राइक शुरू करेंगे। वे स्कूल में जाएंगे, पर पढ़ाने का कार्य नहीं करेंगे।