गढ़ माता मंदिर को विकसित करने के लिए कदमताल शुरु

चबा और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल गढ़ माता मंदिर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए जिला पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा न...

गढ़ माता मंदिर को विकसित करने के लिए कदमताल शुरु

गढ़ माता मंदिर को विकसित करने के लिए कदमताल शुरु

चबा और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल गढ़ माता मंदिर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए जिला पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा ने क्षेत्र का दौरा किया।
समुद्र तल से लगभग 9500 की ऊंचाई पर स्थित यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से बेहतरीन है। यहां दुर्लभ वन्य प्राणी और वन्य औषधियां भी पाई जाती हैं। इससे पूर्व एसडीएम और जिला भाषा अधिकारी भी क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। साहित्यकार समाजसेवी उत्तम सूर्यवंशी ने बताया कि जिला पर्यटन अधिकारी के गढ़ माता के इस दौरे से बहुत सी आशाएं जागृत हुई हैं। जिला पर्यटन अधिकारी ने इस पूरे क्षेत्र का मुआयना भी किया। पर्यटन अधिकारी ने पर्यटन विभाग से इसे विकसित करने के लिए हर संभव सहायता की बात की और कहा इसका पूरा खाका तैयार करके विभाग और सरकार के समक्ष भेजा जाएगा। त्रियुन्द माता, अंजनी माता और गढ़ माता के साथ सलूणी क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा ने क्षेत्रवासियों से पर्यटकों की सुविधाओं के लिए अच्छी होम स्टे का निर्माण करने और बेहतरीन सहूलियतें प्रदान करने की बात कही। इस मौके पर किलोड़ पंचायत की प्रधान मंजू बाला ने विभाग और पूर्व शिक्षामंत्री आशा कुमारी का पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष एवं गढ़ माता कमेटी के अध्यक्ष धर्म सिंह पठानिया का आभार जताया है।