पठानकोट से बच्चे के अपहरण मामले में निकला चंबा जोत रोड़ पर कार जलाकर खुद की मौत का ड्रामा रचने वाला डिसमिस्ड कांस्टेबल

पठानकोट में बच्चे को किडनैप करने वाला पूर्व बीएसएफ जवान चंबा में भी अपनी मौत का झूठा नाटक रच चुका है। कुछ माह पहले चंबा-जोत मार्ग पर पुलिस को एक कार प...

पठानकोट से बच्चे के अपहरण मामले में निकला चंबा जोत रोड़ पर कार जलाकर खुद की मौत का ड्रामा रचने वाला डिसमिस्ड कांस्टेबल

पठानकोट से बच्चे के अपहरण मामले में निकला चंबा जोत रोड़ पर कार जलाकर खुद की मौत का ड्रामा रचने वाला डिसमिस्ड कांस्टेबल

पठानकोट में बच्चे को किडनैप करने वाला पूर्व बीएसएफ जवान चंबा में भी अपनी मौत का झूठा नाटक रच चुका है। कुछ माह पहले चंबा-जोत मार्ग पर पुलिस को एक कार पूरी तरह से जली हुई मिली थी।
कार में कुछ हड्डी भी पुलिस को मिली, लेकिन शरीर का अन्य कोई भी अवशेष पुलिस को नहीं मिला। यह कार उसी बीएसएफ के जवान की थी, जो पठानकोट में बच्चा किडनैपिंग में संलिप्त मिला है। उसने इस तरह से सारी साजिश रची कि पुलिस को यह लगे कि वह भी इस कार में जलने से मर गया। ऐसा सिर्फ इसलिए किया गया, जिससे उसके परिवार को बीमा की धनराशि मिल सके। पुलिस को इस दुर्घटना में शक हुआ। पुलिस गुपचुप तरीके से इस पूरे मामले में तफ्तीश करती रही। घटना के एक माह बाद पुलिस ने बीएसएफ के जवान को जिंदा ढूंढ निकाला, तब उसने पुलिस को बताया कि वह ऑनलाइन गेम खेलने की लत में पड़ चुका था। उसने करीब 40 लाख रुपये ऑनलाइन गेम खेलने में उड़ा दिए हैं। इन्हीं पैसों की रिकवरी करने के लिए यह षड्यंत्र रचा। अब पठानकोट में बच्चे की किडनैपिंग में उसकी संलिप्तता पाई गई है। ऐसे में लोग यही बात कर रहे हैं कि समय रहते आरोपी को सलाखों के पीछे नहीं किया तो वह भविष्य में और भी कारनामे कर सकता है। पुलिस अधीक्षक चंबा अभिषेक यादव ने बताया कि पठानकोट किडनैपिंग मामले में पंजाब की पुलिस ही कार्रवाई कर रही है।