तेलका की मौड़ा पंचायत में पानी डालते ही टूट गया सिंचाई के लिए बनाया भंडारण टैंक

ग्रामीणों को सिंचाई की सुविधा देने के लिए 1.50 लाख रुपये से बनाया गया भंडारण टैंक पानी डालते ही टूट गया। उपतहसील तेलका की मौड़ा पंचायत के अथेड़ वार्ड...

तेलका की मौड़ा पंचायत में पानी डालते ही टूट गया सिंचाई के लिए बनाया भंडारण टैंक

तेलका की मौड़ा पंचायत में पानी डालते ही टूट गया सिंचाई के लिए बनाया भंडारण टैंक

ग्रामीणों को सिंचाई की सुविधा देने के लिए 1.50 लाख रुपये से बनाया गया भंडारण टैंक पानी डालते ही टूट गया। उपतहसील तेलका की मौड़ा पंचायत के अथेड़ वार्ड में यह मामला सामने आया है। सार्वजनिक सिंचाई टैंक में सरिये और सीमेंट की मात्रा कम होना इसकी वजह बताया जा रहा है। सिंचाई टैंक का निर्माण करवा रहे मेट पर सरकारी निर्माण सामग्री के गबन के आरोप भी लगे हैं। पंचायत ने उक्त व्यक्ति को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में दोबारा कार्य करवाने के निर्देश दिए हैं। नोटिस में दी गई मियाद में कार्य पूरा न होने पर व्यक्ति के खिलाफ पंचायत नियमानुसार कानूनी कार्रवाई कर सकती है। व्यक्ति के खिलाफ सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग को लेकर एफआईआर दर्ज हो सकती है। व्यक्ति ने आरोपों को झूठा करार दिया है और उल्टा पंचायत प्रतिनिधियों पर कार्य करवाने की बात कही है।

निरिक्षण के दौरान फटा भंडारण टैंक

वर्ष 2021-22 में तेलका उप तहसील की मौड़ा पंचायत के अथेड़ वार्ड में सिंचाई भंडारण टैंक स्वीकृत हुआ था। मनरेगा के तहत इसके निर्माण के लिए 1.50 लाख का बजट स्वीकृत हुआ। पंचायत प्रतिनिधि के मुताबिक गांव के एक व्यक्ति ने अपनी जमीन में बनने वाले सिंचाई टैंक का कार्य करवाने का आग्रह किया। इसका हलफनामा भी व्यक्ति ने पंचायत को दिया। व्यक्ति ने कार्य पूरा कर लिया। पंचायत प्रधान ने निरीक्षण किया तो भंडारण टैंक फट गया। अब उसे सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग को लेकर नोटिस जारी किया गया है।

पंचायत ने टैंक निर्माण करने वाले व्यक्ति को नोटिस जारी कर दिया है 

मौड़ा पंचायत के प्रधान अशोक सूर्यांश ने कहा कि गांव के व्यक्ति ने अथेड़ में निजी जमीन पर सार्वजनिक जल भंडारण टैंक बनाने को निर्माण सामग्री ली थी। जब निरीक्षण करने गए तो टैंक टूटा हुआ पाया। व्यक्ति को पंचायत ने नोटिस जारी कर दो सप्ताह में कार्य दोबारा करने के निर्देश दिए हैं। ऐसा न करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज हो सकती है।

सोभिया राम ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। सार्वजनिक भंडारण टैंक के लिए अपनी जमीन में एक खेत पंचायत को दिया था। पंचायत प्रधान और वार्ड सदस्य की ओर से टैंक तैयार करवाया गया है। सरिया और सीमेंट कम डालकर इसे तैयार किया गया है। इसमें पानी डालते ही टैंक टूट गया।