हिमाचल प्रदेश में ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर यानी टीजीटी कैडर भर्ती नियमों को बदला जा रहा है। शिक्षा विभाग ने इस प्रोपोजल को कार्मिक विभाग को सौंप दिया है औ...
टीजीटी भर्ती के नियमों में संशोधन, शिक्षा विभाग ने कार्मिक विभाग को नियमों में संशोधन का प्रस्ताव भेजा
हिमाचल प्रदेश में ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर यानी टीजीटी कैडर भर्ती नियमों को बदला जा रहा है। शिक्षा विभाग ने इस प्रोपोजल को कार्मिक विभाग को सौंप दिया है और कैबिनेट से मंजूर हुए 6000 नए पदों पर भर्ती से पहले टीजीटी के भर्ती नियम बदले जाएंगे। विभाग की समीक्षा बैठक में हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने ये निर्देश दिए हैं। हिमाचल प्रदेश में टीजीटी भर्ती के ये नियम 2012 के हैं, जिसमें सामान्य वर्ग के अभ्यर्थीओं के लिए ग्रेजुएशन में 50 फीसदी अंक होना जरूरी है, जबकि आरक्षित वर्गों के लिए पांच फीसदी की छूट है। आरक्षित वर्ग के लिए 45 फीसदी अंकों की शर्त है। एनसीटीई ने 2019 में नई व्यवस्था लागू की है जिसमें अभ्यर्थी के टीजीटी के लिए ग्रेजुएशन में 50 फीसदी अंक पूरे न होने की स्थिति में पोस्ट ग्रेजुएशन में भी 50 फीसदी अंकों का विकल्प दे दिया गया था। इस विकल्प को उस समय की हिमाचल प्रदेश सरकार ने अडॉप्ट नहीं किया था। यदि इसे हिमाचल में भी लागू कर जाता, तो सामान्य वर्ग के उन अभ्यार्थियों को भी फायदा हो जाता, जिनके ग्रेजुएशन में 50 फीसदी अंक नहीं हैं।
इसके अतिरिक्त भर्ती नियमों में दो और संशोधन प्रस्तावित किए गए हैं। शिक्षा मंत्री ने विभाग को कहा है कि कार्मिक विभाग, और लोक सेवा आयोग से इस प्रक्रिया को जल्दी पूरा करवा कर कैबिनेट में लाया जाए और टीजीटी की नई भर्तियां नए नियमों के अनुसार की जाए। दरअसल, हिमाचल सरकार ने 2023 में हुई कैबिनेट में शिक्षा विभाग में 6000 पद स्वीकृत कर रखे हैं। इसमें सबसे ज्यादा पद जेबीटी और टीजीटी के ही हैं। शिक्षा मंत्री चाहते हैं कि इनमें से करीब 2500 पद बैचवाइज आधार पर पहले भर लिए जाएं। इस भर्ती को शुरू करने के लिए नए राज्य चयन आयोग के गठन का इंतजार किया जा रहा है, इसीलिए टीजीटी के भर्ती नियमों को पहले बदला जायेगा। हिमाचल प्रदेश राज्य शिक्षा विभाग में टीजीटी का एक बड़ा कैडर है और हर साल करीब 3000 टीचर रिटायर होते हैं। इस कारन ही इस कैडर में हर साल भर्तियां भी करनी पड़ती हैं।
आज नए शिक्षा सचिव शिक्षा निदेशालय जाएंगे
शिक्षा सचिव राकेश कंवर इस विभाग का कार्यभार ग्रहण करने के बाद शुक्रवार को पहली बार शिक्षा निदेशालय लालपानी जाएंगे। इससे पहले शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य सचिवालय में ही विभाग की समीक्षा बैठक हुई थी। जिसमें श्री कंवर ने कुछ प्वाइंट नोट किए हैं, जिन्हें विभाग संग निदेशालय में ही चर्चा में लिया जाएगा। इसमें प्री नर्सरी टीचर की भर्ती का ड्राफ्ट भी है।