स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डॉक्टर धनीराम शांडिल ने हमीरपुर पहुंचने पर बताया कि हमीरपुर के मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किय...
हिमाचल प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा एक आदर्श स्वास्थ्य केंद्र
स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डॉक्टर धनीराम शांडिल ने हमीरपुर पहुंचने पर बताया कि हमीरपुर के मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है.
इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में चल रही 200 डॉक्टर व 700 नसों की कमी को जल्द पूरा करना है, जिसके तहत अब तक 97 नर्सिंग ऑफिसर की नियुक्ति की जा चुकी है.
हर विधानसभा क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा आदर्श स्वास्थ्य केंद्र
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं महैया करवाने की दिशा में लगातार काम कर रही है. प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया जाएगा. स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज परिसर में अधिकारियों के साथ कार्यों की प्रगति पर समीक्षा बैठक ली. बैठक में राजकीय मेडिकल कॉलेज में जोल सप्पड़ में निर्माण अधीन एकेडमिक ब्लॉक व अस्पताल के निर्माण कार्य पर विस्तृत रिपोर्ट भी पेश केई गई.
240 बेड वाले अस्पताल का करवाया जा रहा निर्माण
गौरतलब है कि जोल सप्पड़ में प्रथम चरण में लगभग 376 करोड़ रुपये की लागत से अकादमिक ब्लॉक और 240 बिस्तर क्षमता के अस्पताल का निर्माण करवाया जा रहा है. इस अवसर पर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. रमेश भारती ने विभिन्न सुविधाओं और भविष्य की योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया. बैठक में विधायक आशीष शर्मा, उपायुक्त हेमराज बैरवा, एसपी डॉ. आकृति शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्निहोत्री, स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कालेज के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे.
आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का किया जा रहा विस्तार
कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में खाली पड़े पदों को भी प्राथमिकता के आधार पर भरा जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण व जनजातीय क्षेत्रों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्तियां की जा रही है ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त करने के लिए बड़े अस्पतालों का रुख न करना पड़े.