मुख्यमंत्री सुखू के ही कार्यकाल में वेतन और पेंशन मिली लेट भारतीय राज्य पेंशनर्ज महासंघ हिमाचल प्रदेश के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश में आज त...
सभी पूर्व सीएम समय पर देेते थे वेतन और पेंशन
मुख्यमंत्री सुखू के ही कार्यकाल में वेतन और पेंशन मिली लेट
भारतीय राज्य पेंशनर्ज महासंघ हिमाचल प्रदेश के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश में आज तक किसी भी मुख्यमंत्री के कार्यकाल में वेतन और पेंशन लेट नहीं मिली है। आज तक वाईएस परमार हो या ठाकुर रामलाल, शांता कुमार, वीरभद्र सिंह, प्रेम कुमार धूमल या जयराम ठाुकर के समय प्रदेश के कर्मचारियों, पेंशनरों को अपने बकाया, वेतन-पेंशन समय पर मिलते रहे हैं। सितंबर में कर्मचारियों व पेंशनर्ज को जो प्रतिमाह पहली तारिख को वेतन-पेंशन अदा की जाती थी, वह भी नहीं दी जा रही है। प्रदेश सरकार घोर वित्तीय संकट का सामना कर रही है। भारतीय राज्य पेंशनर्ज महासंघ हिमाचल प्रदेश का एक शिष्टमंडल घनश्याम शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मुख्य संरक्षक की अध्यक्षता में राजभवन में राज्यपाल से मिला। भारतीय राज्य पेंशनर्ज महासंघ के पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार द्वारा पेंशनरों की देय बकाया राशि का भुगतान न करने पर ज्ञापन सौंपा और विस्तृत चर्चा की।
कई पेंशनर तो बिना इलाज के स्वर्ग सिधार चुके
इस अवसर में महासंघ के अध्यक्ष ब्रमाहानंद, इंद्रपाल शर्मा, बलराम पूरी, हेमंतराम बृजलाल ठाकुर, देवराज शर्मा, मदन शर्मा, भूपराम वर्मा, सुभाष शास्त्री, अशोक पुरोहित और गोपालदास वर्मा शामिल रहे। महासंघ ने ज्ञापन में कहा गया कि महासंघ पिछले एक वर्ष से सरकार को बार-बार आग्रह करता आ रहा है, लेकिन कर्मचारियों और पेंशनरों को जुलाई, 2022 से अभी तक महंगाई भत्ते को 12 प्रतिशत के हिसाब से तीन किस्तें देय हैं और संशोधित वेतनमान का भुगतान नहीं हुआ है। एचआरटीसी के पेंशनरों को अभी तक 65-70-75 की आयु पूर्ण करने पर 5-10-15 प्रतिशत भत्ते का लाभ भी अभी तक लागू नहीं किया गया है। हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों को अभी तक ओपीएस लागू नहीं की गई है। संघ का कहना है कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति की अदायगी काफी समय से नहीं की जा रही है। लाखों के बिल सभी विभागों में लंबित पड़े हैं। कई पेंशनर तो बिना इलाज के स्वर्ग सिधार चुके हैं।