भलेई स्कूल में स्टाफ नहीं, विद्यार्थी भुगत रहे खामियाजा

भलेई सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक साल से राजनीति शास्त्र, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त भले ही प्रदेश सरकार सरकारी...

भलेई स्कूल में स्टाफ नहीं, विद्यार्थी भुगत रहे खामियाजा

भलेई स्कूल में स्टाफ नहीं, विद्यार्थी भुगत रहे खामियाजा

भलेई सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक साल से राजनीति शास्त्र, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त

भले ही प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में बेहतर सुविधाएं देने के दावे करती हो लेकिन, इन दावों की पोल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भलेई में खुल रही है। स्कूल में एक साल से राजनीति शास्त्र, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त हैं। वर्तमान समय में भलेई स्कूल में 275 विद्यार्थी शिक्षा कर रहे हैं जिन्हें स्टाफ की कमी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। हालांकि, कई बार स्कूल प्रबंधन समिति और अभिभावकों ने स्टाफ की कमी के बारे में शिक्षा विभाग को अवगत करवाया है लेकिन, समस्या का हल नहीं किया जा रहा है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भलेई में नडल, मंगेलरा, हडला, वांगल, ब्रंगाल, भलोगी, कांडी, किलोड़ सहित विभिन्न क्षेत्रों के बच्चे पढ़ाई करने के लिए पहुंचते हैं लेकिन, स्कूल में स्टाफ की कमी के कारण बच्चों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए चंबा या फिर बनीखेत का रुख करना पड़ता है। जिनमें कुछ बच्चों के माता-पिता अति गरीब परिवार से सम्बन्ध रखते हैं जो चम्बा या बनीखेत में अपने बच्चों को नहीं पढ़ा सकते।  अभिभावकों में रीना देवी, सुशीला देवी, कांता देवी, पुष्पा देवी, मदन लाल, सुरेंद्र कुमार, विनोद कुमार आदि का कहना है कि विभाग को इसके बारे में कई बार अवगत करवाया गया है लेकिन अभी तक पर्याप्त स्टाफ की तैनाती नहीं हो पाई है। बताया कि विद्यार्थियों को इन विषयों में पढ़ाई करने के लिए परेशानी हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि स्कूल में शिक्षकों के खाली पदों को जल्द भरा जाए।

शिक्षकों को पढ़ाने के साथ-साथ क्लर्क का कार्य भी निपटाना पड़ता है  

स्कूल में सरकार की ओर से तीन लिपिकों के पद स्वीकृत किए गए हैं लेकिन एक भी लिपिक की तैनाती नहीं की गई है। ऐसे में शिक्षकों को ही क्लर्कों का काम निपटाना पड़ रहा है। इससे उनका समय बर्बाद हो रहा है और विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उच्च शिक्षा उपनिदेशक चंबा प्यार सिंह चाढ़क का कहना है कि यह मामला ध्यान में है। इसके बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।