सातवीं के छात्र का कमाल, छड़ी-चश्मा बताएंगे रास्ते का हाल

अभिनव ने शिक्षक मनीष चौहान के सहयोग से एक अल्ट्रासोनिक चश्मा और छड़ी की तैयार राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चंबा के सातवीं कक्षा के छात्र अभिन...

सातवीं के छात्र का कमाल, छड़ी-चश्मा बताएंगे रास्ते का हाल

सातवीं के छात्र का कमाल, छड़ी-चश्मा बताएंगे रास्ते का हाल

अभिनव ने शिक्षक मनीष चौहान के सहयोग से एक अल्ट्रासोनिक चश्मा और छड़ी की तैयार

राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चंबा के सातवीं कक्षा के छात्र अभिनव ने दृष्टिहीनों के लिए एक अद्वितीय तकनीकी मॉडल तैयार किया है। यह मॉडल दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए एक नया सहारा साबित हो सकता है, जिससे वे अपने आसपास की वस्तुओं का आभास चश्मे और छड़ी के माध्यम से कर सकेंगे। अभिनव ने शिक्षक मनीष चौहान के सहयोग से एक अल्ट्रासोनिक चश्मा और छड़ी तैयार की है। यह उपकरण तब काम करेगा, जब दृष्टिहीन व्यक्ति के पास कोई दीवार, व्यक्ति या अन्य वस्तु आधे मीटर की दूरी पर आएंगी। जैसे ही दृष्टिहीन व्यक्ति उन वस्तुओं के पास जाएगा, चश्मे और छड़ी में लगे सेंसर बीप साउंड उत्पन्न करेंगे, जिससे दृष्टिहीन व्यक्ति को तुरंत अलर्ट हो जाएगा और वह अपनी दिशा बदल सकेगा।

राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए मॉडल का हुआ चयन 

अभिनव का यह मॉडल जिला स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में प्रदर्शित किया गया, जहां उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त किया। अब उनका यह मॉडल राज्य स्तरीय विज्ञान सम्मेलन में भी प्रदर्शित होगा। इस नवाचार से दृष्टिहीन व्यक्तियों को अधिक स्वतंत्रता मिलेगी, क्योंकि वे अब अपने रास्ते में आने वाली रुकावटों का पूर्वाभास कर सकेंगे और दुर्घटनाओं से बच सकते हैं। अभिनव और उनके गाइड शिक्षक मनीष चौहान की यह पहल सामाजिक भलाई की दिशा में एक अहम कदम है। विज्ञान और तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में अभिनव की सफलता एक प्रेरणा है और इससे अन्य छात्रों को भी प्रोत्साहन मिलेगा कि वे अपनी वैज्ञानिक सोच को समाज की भलाई के लिए इस्तेमाल करें। गाइड टीचर मनीष चौहान ने बताया कि इस मॉडल में सेंसर का प्रयोग किया गया है। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में मॉडल प्रथम स्थान पर रहा। अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए मॉडल का चयन हुआ है।