हिमाचल के काँगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र से अगर भाजपा को कड़ी टक्कर देनी है तो कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री आशा कुमारी से बेहतर दूसरा विकल्प नहीं हि...
आशा कुमारी का राजीव भारद्वाज से होगा मुकावला, पार्टी की औपचारिक घोषणा बाकी
हिमाचल के काँगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र से अगर भाजपा को कड़ी टक्कर देनी है तो कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री आशा कुमारी से बेहतर दूसरा विकल्प नहीं
हिमाचल की राजनैतिक परिस्थतियाँ इस कदर बदल रही हैं कि जिला चम्बा को उसका बाजिव हक मिलने की उम्मीद जगी है। सूत्रों की माने तो अबकी बार लोकसभा चुनाव में जिला चम्बा की पूर्व मंत्री आशा कुमारी को कांग्रेस पार्टी काँगड़ा-चम्बा संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाने का मन बना चुकी है। बस इस नाम की महज घोषणा होना बाकी है। पुख्ता जानकारी मिली है कि पूर्व मंत्री आशा कुमारी भी पार्टी आदेश पर लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो चुकी हैं। कांग्रेस पार्टी का यह मानना है कि हिमाचल के काँगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र से अगर भाजपा को कड़ी टक्कर देनी है तो कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री आशा कुमारी से बेहतर दूसरा विकल्प उनके पास नहीं है
आशा कुमारी में कांग्रेस पार्टी की उम्मीदों पर पूरा उतरने का पूरा दमखम
कांग्रेस पार्टी की चुनावी रणनीति इस बात की तरफ इशारा करती है कि वह जिला चम्बा की जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए 62 वर्ष के बाद दोवारा जिला चम्बा से कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी देने जा रही है। आशा कुमारी में कांग्रेस पार्टी की उम्मीदों पर पूरा उतरने का दमखम है और इससे पूर्व जिला चम्बा को 1962 में पहली बार कांग्रेस पार्टी ने ही लोकसभा टिकट जिला चम्बा के लाला चतर सिंह को दिया था। जिसमें कांग्रेस पार्टी की जीत हुई थी। राजनीति के जानकर मानते हैं कि जिस तरह से आशा कुमारी बीते कुछ दिनों से अपनी सक्रियता दिखा रही है उससे साफ लगता है कि आशा कुमारी ने खुद को लोकसभा चुनाव के लिए मानसिक रूप से तैयार कर लिया है। आशा कुमारी के पास लम्बा राजनैतिक अनुभव है साथ ही वह हिमाचल की राजनीति का जाना माना नाम है। इन तमाम बातों को ध्यान में रख कर कांग्रेस पार्टी इस बार आशा कुमारी के रूप में भाजपा को काँगड़ा संसदीय सीट से मात देने का मन बनाए हुए है