डलहौजी (बनीखेत) के गांव ढलोग निवासी एएसआई राजपाल को शिमला में रविवार को डीजीपी डिस्क अवार्ड से नवाज़ा गया

पुलिस जिला नूरपुर के अंतर्गत ढान्गूपीर चौकी के प्रभारी एएसआइ राजपाल को शिमला में रविवार को डीजीपी डिस्क अवार्ड से नवाज़ा गया। राजपाल को जिला चंबा में उ...

डलहौजी (बनीखेत) के  गांव ढलोग निवासी एएसआई राजपाल को शिमला में रविवार को डीजीपी डिस्क अवार्ड से नवाज़ा गया

डलहौजी (बनीखेत) के गांव ढलोग निवासी एएसआई राजपाल को शिमला में रविवार को डीजीपी डिस्क अवार्ड से नवाज़ा गया

पुलिस जिला नूरपुर के अंतर्गत ढान्गूपीर चौकी के प्रभारी एएसआइ राजपाल को शिमला में रविवार को डीजीपी डिस्क अवार्ड से नवाज़ा गया। राजपाल को जिला चंबा में उनकी तैनाती के दौरान किए गए कार्यों के आधार पर दिया गया है। चंबा के तुनुहट्टी बैरियर पर बतौर प्रभारी कार्य करते हुए उन्होंने चरस व चिट्टा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। 2019 में उन्होंने एक नशा तस्कर से साढ़े 13 किलो चरस बरामद की थी।

इसके साथ ही इन्होंने चरस और चिट्टा कारोबारियों पर नकेल कसने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। साल 2021 में बतौर एएसआई पदोन्नति मिलने के बाद 9 अप्रैल 2022 से ढांगूपीर में चौकी प्रभारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

उल्लेखनीय है की राजपाल ठाकुर जिला चंबा के बनीखेत के छोटे से गांव ढलोग से संबंध रखते हैं। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई बनीखेत स्कूल से हुई है। राजपाल के पिता बलदेव राज ठाकुर होमगार्ड विभाग से सेवानिवृत्त हैं, जबकि माता माया देवी गृहणी हैं। उनके भाई कमल किशोर ठाकुर, बहन नीलम ठाकुर हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। राजपाल ठाकुर की पत्नी राजकुमारी सरकारी नौकरी करती है और उनके दो बच्चे अंकिता और अर्पित अभी शिक्षा ग्रहण कर रहें हैं ।