बनीखेत में आषाढ़ नाग मेले में भजनों और पहाड़ी गीतों पर खूब झूमे दर्शक

लोक गायक पियूष राज और केएस प्रेमी ने पहाड़ी गीतों की प्रस्तुति से बांधा समां  जिला स्तरीय आषाढ़ नाग मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या हिमाचली कल...

बनीखेत में आषाढ़ नाग मेले में भजनों और पहाड़ी गीतों पर खूब झूमे दर्शक

बनीखेत में आषाढ़ नाग मेले में भजनों और पहाड़ी गीतों पर खूब झूमे दर्शक

लोक गायक पियूष राज और केएस प्रेमी ने पहाड़ी गीतों की प्रस्तुति से बांधा समां 

जिला स्तरीय आषाढ़ नाग मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या हिमाचली कलाकारों के नाम रही। सांस्कृतिक संध्या में लोक गायक पियूष राज और केएस प्रेमी ने पहाड़ी गीतों की प्रस्तुति से समां बांधा। केएस प्रेमी ने कार्यक्रम की शुरुआत भोले नाथ के भजन से की। इसके बाद भोले शिव सामिया, महादेवा ओ महादेवा, गोरा गोरा रंग तेरा, हाय मेरी सोहणीए, कुंगुए दा केसर दा, इक अधिया मंगाई जा रे, आदि कई नॉनस्टाप गीत गाकर दर्शकों को झुमाया। पियूष राज ने सायं सायं मत कर राविए, अज छत्तराड़ी कल राखा, लाल चिड़िए, तेरिया मुहबतां ने मारी सुटया, आदि गीत गाकर दर्शकों को नाचने पे मजबूर किया, कार्यक्रम की शुरुआत स्थानीय कलाकारों से हुई। इसे पूर्व लक्की ठाकुर, राखी गौतम, कर्ण आदि कलाकारों ने भी खूब समां बांधा। मंच संचालन रितिका ठाकुर ने अपनी दमदार आवाज में किया। एसडीएम डलहौजी अनिल भारद्वाज, तहसीलदार रमेश चौहान और जिला भाषा अधिकारी, तुकेश शर्मा भी मौजूद रहे।