प्रदेश के आकांक्षी जिला चंबा में हृदय रोग के मरीज का इलाज करवाने के लिए शिमला और टांडा जाने के लिए लोग मजबूर हैं चंबा में हृदय रोग विशेषज्ञ तैनात क...
चम्बा मेडिकल कॉलेज में हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं
प्रदेश के आकांक्षी जिला चंबा में हृदय रोग के मरीज का इलाज करवाने के लिए शिमला और टांडा जाने के लिए लोग मजबूर हैं
चंबा में हृदय रोग विशेषज्ञ तैनात करने को लेकर जिलावासी लंबे समय से मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांग किसी भी सरकार ने पूरी नहीं की है। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। आर्थिक तंगी के कारण गरीब परिवार से संबंध रखने वाले मरीजों के लिए आईजीएमसी शिमला और टांडा मेडिकल कॉलेज पहुंचना मुश्किल होता है। मेडिकल कॉलेज चंबा में हृदय रोग विशेषज्ञ की सुविधा नहीं मिल रही है। चंबा में मेडिकल कॉलेज सहित अन्य किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ की सुविधा नहीं है। टांडा या शिमला जाने के लिए जहां मरीजों का समय बर्बाद होता तो वहीं उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। उसके बाद वहां ओपीडी के बाहर धक्के खाने पड़ते हैं।
मरीजों को मजबूरन बाहरी राज्यों के निजी अस्पतालों में मोटे दामों पर इलाज करवाना पड़ता है
गौरतलब है कि जिले में सैकड़ोें मरीज हृदय रोग की बीमारी से ग्रस्त हैं, जिन्हें अपना उपचार करवाने के लिए टांडा या शिमला की दौड़ लगानी पड़ती है। इसके अलावा कई मरीज बाहरी राज्यों में जाकर निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवाने को मजबूर हैं, जहां उन्हें इलाज के लिए मोटे दाम चुकाने पड़ रहे हैं। ऐसे में यदि चंबा में हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती होती है तो जिले के हजारों मरीजों को इसका लाभ मिल सकता है। चंबा मेडिकल कॉलेज के मीडिया समन्वयक डॉक्टर पंकज गुप्ता ने बताया कि सरकार को चंबा में चल रही विशेषज्ञों की कमी के बारे में अवगत करवा दिया गया है। हाल ही में सरकार ने चंबा में चिकित्सकों की तैनात भी की है। शीघ्र ही चंबा में हृदय रोग विशेषज्ञ की भी तैनाती हो सकती है।