सीएम ने कहा वर्ष 2032 तक हमारा राज्य कर्जा लेने वाला नहीं देने वालों की श्रेणी में शुमार हो

सरकार ने किसानों से दूध खरीद 32 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 38 रुपए किया  सीएम ने कहा कि अभी प्रदेश सरकार को सत्ता में आए हुए एक वर्ष हुआ है तथा...

सीएम ने कहा वर्ष 2032 तक हमारा राज्य कर्जा लेने वाला नहीं देने वालों की श्रेणी में शुमार हो

सीएम ने कहा वर्ष 2032 तक हमारा राज्य कर्जा लेने वाला नहीं देने वालों की श्रेणी में शुमार हो

सरकार ने किसानों से दूध खरीद 32 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 38 रुपए किया 

सीएम ने कहा कि अभी प्रदेश सरकार को सत्ता में आए हुए एक वर्ष हुआ है तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी में लाने की दिशा में काम किया जा रहा है। संकल्प एक ही है कि वर्ष 2027 तक हिमाचल को अपने पैरों पर खड़ा करना तथा वर्ष 2032 तक समृद्धशाली राज्य की नींव रखना ताकि हमारा राज्य कर्जा लेने वाला नहीं देने वालों की श्रेणी में शुमार हो। आने वाले वर्षों में बहुत से काम करने हैं। पिछले एक वर्ष में 20 प्रतिशत से ज्यादा राजस्व कमाया है। दूरगामी योजनाएं बनाई जा रही हैं। धरातल पर किसी योजना को उतारने में समय लगता है।  उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों से दूध खरीद का रेट 32 रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 38 रुपए कर दिया है। 

सरकार हिमाचल के विभिन्न सरकारी विभागों में 20 हजार पद भरेगी 

राज्य सरकार विभिन्न सरकारी विभागों में 20 हजार पद भर रही है। सुक्खू ने कहा कि आगामी समय में किसानों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे। एक योजना पर कार्य किया जा रहा है। किसानों के लिए नई नीति लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम का मतलब गांव के साथियों से मुलाकात करना है ताकि प्रदेश की आय को दोगुना करने के तरीकों को सीखा जाए।

हिमाचल को देनदारियों ने जकड़ा, गांवों की अर्थव्यवस्था सुधारेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि गांवों की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जाए। 90 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है। आत्मनिर्भर हिमाचल की परिकल्पना तभी संभव है, जब गांव सुदृढ़ होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश पर कर्ज बहुत ज्यादा है। देनदारियां बहुत ज्यादा हैं। 15 हजार करोड़ वेतन, 10 हजार करोड़ पैंशन, 6 हजार करोड़ कर्ज का ब्याज, 6 हजार करोड़ लोन की किस्त चुकानी पड़ती है। ऐसी परिस्थितियों से हिमाचल गुजर रहा है।