13 करोड़ रुपये से बदली जाएंगी चंबा शहर की क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनें

 शहर में सड़ी-गली पेयजल लाइनों के स्थान पर नई पेयजल लाइनें बिछाई जाएंगी। जलशक्ति विभाग ने अपने स्तर पर इसकी मुहिम आरंभ कर दी हैं। इसके तहत 13 करो...

13 करोड़ रुपये से बदली जाएंगी चंबा शहर की क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनें

13 करोड़ रुपये से बदली जाएंगी चंबा शहर की क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनें

 शहर में सड़ी-गली पेयजल लाइनों के स्थान पर नई पेयजल लाइनें बिछाई जाएंगी। जलशक्ति विभाग ने अपने स्तर पर इसकी मुहिम आरंभ कर दी हैं। इसके तहत 13 करोड़ रुपये से शहर में क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनें बदलने का निर्णय लिया है। विभाग ने कार्य संबंधी कार्य ठेकेदार को आवंटित कर उसके तहत कार्य करवाना भी आरंभ कर दिया है। विभाग ने ठेकेदार को वर्ष 2024 तक कार्य को पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया हैं।

साथ ही उसे चेताया है कि कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। खैर, शहर में क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों के बदल दिए जाने से लोगों को राहत ही मिलेगी। जिला मुख्यालय चंबा में वर्षों से बिछी पेयजल लाइनों को बदला नहीं जा सका है। जिस कारण अकसर नालियों और संकरी गलियों से होकर गुजरने वाली पेयजल लाइनों के लीक होने पर उसे बदलना विभाग के लिए भी चुनौती से कम नहीं रहता है। इतना ही नहीं, जगह-जगह पर सड़-गल चुकी पेयजल लाइनों को बदलने की मांग शहर के पेयजल उपभोक्ता लंबे समय से उठाते आ रहे हैं। लोगों की मांग को ध्यान में रखते हुए आखिरकार विभाग की ओर से शहर में क्षतिग्रस्त लाइनों को बदलने के लिए एक प्रस्ताव बनाकर आलाधिकारियों को स्वीकृति के लिए भेजा। जिसे अब स्वीकृति मिल गई है।

स्वीकृति मिलने के बाद विभाग की ओर से कार्य संबंधी टेंडर आवंटित करवा कर कार्य आरंभ किया गया है। विभाग ने सर्वप्रथम गुल्यानी नामक स्थान से पेयजल लाइन की पाइपों को बदलने संबंधी कार्य को शुरू करवाया है। इसके बाद शहर के विभिन्न मोहल्लों में बिछाई गई पेयजल लाइनों की बारी आएगी। कुल मिला कर जलशक्ति विभाग ने जलजनित रोगों से शहरवासियों को बचाने के लिए अपने मास्टर प्लान के तहत कार्य को अमलीजामा पहनाना आरंभ कर दिया है।

जलशक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता राजिंद्र सिंह ने बताया कि शहर में गल-सड़ चुकीं पेयजल लाइनों को बदल कर नई पेयजल लाइनें बिछाई जाएंगी। 13 करोड़ रुपये से यह कार्य होगा। इसके तहत गुल्याणी से पेयजल लाइनों को बदलने का कार्य आरंभ करवाया गया है।