चुराह उपमंडल में उपप्रधान, उसके भाई और एक अन्य ने पीटा पंचायत सचिव, जमकर हंगामा

चुराह उपमंडल की ग्राम पंचायत खजुआ में उपप्रधान ने अपने दो भाइयों संग मिलकर पंचायत प्रधान की मौजूदगी में पंचायत सचिव के साथ मारपीट कर डाली। इतना ही नही...

चुराह उपमंडल में  उपप्रधान, उसके भाई और एक अन्य ने पीटा पंचायत सचिव, जमकर हंगामा

चुराह उपमंडल में उपप्रधान, उसके भाई और एक अन्य ने पीटा पंचायत सचिव, जमकर हंगामा

चुराह उपमंडल की ग्राम पंचायत खजुआ में उपप्रधान ने अपने दो भाइयों संग मिलकर पंचायत प्रधान की मौजूदगी में पंचायत सचिव के साथ मारपीट कर डाली। इतना ही नहीं आरोपियों ने महिला पंचायत प्रधान के साथ भी धक्का मुक्की की। आरोपियों ने पंचायत रिकार्ड को भी तहस-नहस कर दिया। पुलिस ने पंचायत प्रधान व पंचायत सचिव की शिकायत में नामजद आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज कर लिए हैं। पुलिस ने पीडि़त पंचायत सचिव का मेडिकल भी करवा लिया है। इधर, पंचायत उपप्रधान ने भी उसके साथ मारपीट किए जाने की शिकायत पुलिस में की। पुलिस ने उपप्रधान की मारपीट की शिकायत की रिपोर्ट रोजनामचे में डाल दी है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को खजुआ पंचायत घर में पंचायत प्रधान की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जा रही थी।

 

मारपीट मामले में पंचायत प्रधान ने उपप्रधान, उसके भाई और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ तीसा थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पंचायत सचिव ने भी मारपीट की शिकायत पुलिस थाने में की है। यह घटना शुक्रवार दोपहर बाद 12:30 बजे हुई।
पंचायत में प्रतिनिधि और ग्रामीण बैठक करने के लिए इकट्ठा हुए थे। इसी दौरान किसी बात पर पंचायत सचिव और उपप्रधान के बीच में बहस हो गई। देखते ही देखते बात हाथापाई तक पहुंच गई। उपप्रधान ने पंचायत सचिव पर लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए। उपप्रधान के भाई और एक अन्य व्यक्ति ने भी पंचायत सचिव पर हमला कर दिया। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। पंचायत घर में हुई मारपीट की इस घटना की बात सुनकर ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए।

महिला पंचायत प्रधान ने मामले को शांत करवाने का प्रयास किया तो उप प्रधान ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया। जब यह मामला पुलिस थाना तीसा पहुंचा तो थाना प्रभारी विजय कुमार ने पंचायत सचिव, उप प्रधान और महिला प्रधान को बुलाया। तीनों पक्षों के बयान दर्ज किए गए। उपप्रधान ने पंचायत सचिव पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। फिलहाल, पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। अब पुलिस पंचायत की बैठक में मौजूद अन्य लोगों से भी पूछताछ कर सकती है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने घटना की पुष्टि की है। उधर, पंचायत सचिव यूनियन के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने बताया कि सरकारी कर्मचारी के साथ पंचायत प्रतिनिधियों की दादागीरी बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने पुलिस विभाग से मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग उठाई है।