क्रिप्टो करंसी स्कैम के आरोपी सुभाष शर्मा काे स्वदेश लाने की कवायद तेज

विदेश में रह रहे आरोपी सुभाष का वीजा न बढ़ाने की सिफारिश, स्वदेश लाने की कवायद तेज करोड़ों रुपए के क्रिप्टो करंसी स्कैम की छानबीन में जुटी जांच टीम...

क्रिप्टो करंसी स्कैम के आरोपी सुभाष शर्मा काे स्वदेश लाने की कवायद तेज

क्रिप्टो करंसी स्कैम के आरोपी सुभाष शर्मा काे स्वदेश लाने की कवायद तेज

विदेश में रह रहे आरोपी सुभाष का वीजा न बढ़ाने की सिफारिश, स्वदेश लाने की कवायद तेज

करोड़ों रुपए के क्रिप्टो करंसी स्कैम की छानबीन में जुटी जांच टीम द्वारा विदेश में रह रहे आरोपी सुभाष शर्मा काे स्वदेश लाने की कवायद जारी है। इसी कड़ी में जांच टीम ने सुभाष शर्मा की वीजा अवधि न बढ़ाए जाने की सिफारिश केंद्रीय जांच एजैंसी और विदेश मंत्रालय से की है। सूचना के अनुसार दुबई में रह रहे सुभाष शर्मा के वीजा की अवधि अक्तूबर माह के अंत में समाप्त होने जा रही है। इससे पहले वह बीते जुलाई महीने में वीजा अवधि बढ़ाने में सफल रहा था। ऐसे में पुलिस की एसआईटी केंद्रीय जांच एजैंसियों से पूरा संपर्क बनाए हुए है, ताकि उसे स्वदेश लाया जा सके। 

अढ़ाई लाख तक पहुंच गया निवेशकों की आईडी का आंकड़ा 

सूत्रों के अनुसार इस मामले में कुछ अन्य आरोपियों की तलाश जांच टीम को है। इसके तहत आरोपियों के संभावित ठिकानों पर जांच एजैंसी लगातार दबिश दे रही है। छानबीन में सामने आया है कि शातिर आरोपियों ने क्रिप्टो करंसी का ऐसा जाल बिछाया कि वे चंद सालों में ही मालामाल हो गए। आरोपियों ने पूरी रणनीति के साथ नेताओं से लेकर अधिकारियों, कर्मचारियों, किसानों व बागवानों को क्रिप्टो करंसी के जाल में फंसाया और देखते ही देखते निवेशकों की आईडी का आंकड़ा अढ़ाई लाख तक पहुंच गया। 

आरोपियों ने नामचीन लोगों को अपने जाल में फंसाया

प्रदेश के साथ ही विभिन्न बाहरी राज्यों तक आरोपियों ने नामचीन लोगों को अपने जाल में फंसाया और उनके सहयोग से चेन का विस्तार करते गए। ऐसे में जैसे-जैसे निवेशकों की संख्या बढ़ती गई तो आरोपियों का लाइफ स्टाइल भी बदलते गया। विदेशी टूअर के साथ बड़े-बड़े होटलों में बैठकें होने लगीं और सुनियोजित तरीके से अधिक से अधिक लोगों को चेन में शामिल करने के लिए एजैंट रखे गए।

करोड़ों रुपए की संपत्तियां जब्त 

मामले की जांच के तहत अब तक आरोपियों की करोड़ों रुपए की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं। इसके साथ ही कुछ वाहनों को भी जब्त किया गया है। इसके साथ ही कई एजैंट पहले ही गिरफ्तारी के डर से लोगों को पैसा लौटा भी चुके हैं।