ग्राम पंचायत करवाल के किलर व नगाली गावं में बिजली बोर्ड ने विद्युत लाइन गुजारने के लिए लोहे के खंभे नहीं, बल्कि लकड़ी के खंभे व विद्युत लाइन की रेंज मे...
करवाल पंचायत के गावं किलर व नगाली के लिए बिजली बोर्ड ने लोहे के खंभे की जगह सूखे पेड़ों, और लकड़ी के खंभों से चला रखी है विद्युत लाइन
ग्राम पंचायत करवाल के किलर व नगाली गावं में बिजली बोर्ड ने विद्युत लाइन गुजारने के लिए लोहे के खंभे नहीं, बल्कि लकड़ी के खंभे व विद्युत लाइन की रेंज में आने वाले सूखे व कहीं कहीं पर हरे पेड़ों का सहारा भी ले रखा है। हैरत की बात तो यह है कि यहां बिजली के तार कई दिनों से हरे पेड़ों के साथ चिपके हैं। करंट के डर से ग्रामीण उन पेड़ों की पतियों को पशुओं के चारे के लिए काटना तो दूर परन्तु उन पेड़ों के आसपास भी नहीं जा पा रहे हैं। हरे पेड़ जो तारों की चपेट में हैं किसी भी अनहोनी को न्योता दे रहे हैं जिस पर किसी भी विद्युत कर्मी का कोई ध्यान नहीं है। लोगों का कहना है कि बोर्ड प्रबंधन की इस प्रकार की लापरवाही को लेकर कई बार विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों को भी अवगत करवाया गया है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। इससे ग्रामीणों में बोर्ड प्रबंधन के प्रति बहुत अधिक रोष है।
जिला चंबा की करवाल पंचायत में लकड़ी के खम्बे व सूखे पेड़ों के सहारे टिकाई गई बिजली की तारे
लोगों का कहना है कि बिजली बोर्ड प्रबंधन के कर्मचारियों की लापरवाही कभी भी ग्रामीणों की जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। किलर व नगाली गावं के लिए बिछाई गई बिजली लाइन को लोहे के खंभों के बजाय लकड़ी के खंभों व सूखे पेड़ों के सहारे गुजार दिया गया है। हैरत की बात है कि बोर्ड प्रबंधन के कर्मचारी लापरवाही करने के बाद भी गलती सुधारने के लिए नहीं पहुंचे हैं।