चंबा में रात को टीम के साथ पेट्रोलिंग करने के दौरान सीसीएफ व डीएफओ रात को जंगल से वन संपदा को चोरी करने वाली की सूचना वन रक्षक एक बटन दबाकर ही अपने...
वन विभाग चंबा ने खरीदे 16 वॉकी टॉकी सेट, वन काटुओं पर कसेगी लगाम
चंबा में रात को टीम के साथ पेट्रोलिंग करने के दौरान सीसीएफ व डीएफओ
रात को जंगल से वन संपदा को चोरी करने वाली की सूचना वन रक्षक एक बटन दबाकर ही अपने अफसर को दे सकेगा। इसके लिए वन विभाग चंबा ने वॉकी टॉकी सेट का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। अकसर देखने को मिलता है कि पेट्रोलिंग के दौरान कोई संदिग्ध वाहन या वन काटु जंगल में हलचल करता है तो उसकी सूचना वन रक्षक को आगे की टीम तक पहुंचाने में काफी परेशानी होती है। कई बार मोबाइल में नेटवर्क नहीं होता तो कई बार मोबाइल पर नंबर डायल करते हुए वाहन दूसरी दिशा में लापता हो जाता है। इसी समस्या को देखते हुए वन विभाग ने अपने वन रक्षकों को पहले चरण में 16 वॉकी टॉकी सेट देने की व्यवस्था की है। शुरुआत में यह व्यवस्था वन मंडल चंबा की लोअर रेंज में की गई है। इस वॉकी टॉकी सेट के जरिए वन रक्षक किसी भी सूचना को एक बटन दबाकर अपने अफसर तक पहुंचा सकता है।
जंगल में आग लगाने वालों और रात में वन संपदा चोरी करने वालों पर कसेगा शिकंजा
इस वॉकी टॉकी के जरिए वन विभाग जंगल में आग लगाने वालों और रात के समय वन संपदा को चोरी करने वालों पर शिकंजा कसेगा। रात के समय वन विभाग के टीमें अलग-अलग दिशाओं में पेट्रोलिंग करती हैं। ऐसे में यदि एक टीम को दूसरी टीम को कोई जरूरी सूचना देनी हो तो वे सीधे वॉकी टाॅकी के जरिए संपर्क कर सकेंगे। यही वॉकी टॉकी डीएफओ और सीसीएफ के पास भी रहेंगे। ताकि वे भी अपने कर्मचारियों के साथ जुड़े रहें। आने वाले समय में यह व्यवस्था जिला की सभी रेंजों में लागू हो सकती है। वन विभाग ने बदलते हुए परिवेश में खुद को आधुनिक करने की दिशा में यह कदम बढ़ाया है। इससे कर्मचारियों को भी वन संपदा को नुकसान पहुंचाने वालों को पकड़ने में आसानी होगी।
चंबा लोअर रेंज के वन परिक्षेत्र अधिकारी, वन खंड अधिकारी और वन रक्षकों को वॉकी टॉकी दिए गए हैं। ताकि रात में पेट्रोलिंग के दौरान एक दूसरे को जरूरी सूचना देने में आसानी हो सके। जंगलों में आग लगाने वालों और वन संपदा को चोरी करने वालों को पकड़ने में भी यह वॉकी टॉकी काफी मददगार साबित होंगे।
अफसर भी जा रहे पेट्रोलिंग पर
वन विभाग की टामों के साथ रात को पेट्रोलिंग करने के लिए मुख्य वन अरण्यपाल और वन मंडल अधिकारी भी जा रहे हैं। इससे वन कर्मचारियों का मनोबल बढ़ रहा है। साथ ही सही तरीके से ड्यूटी करने का पाठ भी सीखने को मिल रहा है।