शिक्षकों की कमी झेल रहे ट्राइबल इलाकों के स्कूलों में अब तैनात होंगे गैस्ट टीचर हिमाचल प्रदेश सरकार ने जनहित से जुड़े कई अहम फैसले लिए हैं। म...
पीरियड बेस पर रखे जाएंगे गैस्ट टीचर्स, आपदा राहत और होम स्टे पॉलिसी को कैबिनेट से मंजूरी
शिक्षकों की कमी झेल रहे ट्राइबल इलाकों के स्कूलों में अब तैनात होंगे गैस्ट टीचर
हिमाचल प्रदेश सरकार ने जनहित से जुड़े कई अहम फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में शिक्षा, आपदा राहत और पर्यटन को बढ़ावा देने वाले निर्णयों पर मुहर लगी। बैठक में गैस्ट-फैकल्टी नियुक्ति की पॉलिसी को मंजूरी दी गई। शिक्षकों की कमी झेल रहे ट्राइबल इलाकों के स्कूलों में अब गैस्ट टीचर तैनात होंगे। नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 से यह पॉलिसी लागू होगी, जिसके तहत स्कूलों में पीरियड आधार पर गैस्ट-टीचरों की नियुक्ति की जाएगी। नए नियमों के तहत प्राथमिक स्कूलों में 200 रुपए प्रति पीरियड, अपर-प्राइमरी में 250 रुपए, हायर स्कूलों में 400 रुपए और सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में 550 रुपए प्रति पीरियड का भुगतान किया जाएगा।
आपदा प्रभावितों के लिए राहत पैकेज
बैठक में बरसात के दौरान आपदा से प्रभावित परिवारों के लिए स्पेशल रिलीफ पैकेज का ऐलान किया गया। पूरी तरह से क्षतिग्रस्त घरों के लिए 7 लाख रुपए और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के लिए 1.5 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा। शिक्षा, खनन और सैनिक कल्याण विभाग में 126 पदों पर होगी भर्ती शिक्षा, खनन और सैनिक कल्याण विभाग में खाली 126 पदों को भरने की मंजूरी दी गई है। इनमें 80 पद खनन रक्षक, सैनिक कल्याण विभाग में 26 पद, शिक्षा विभाग में पंजाबी भाषा शिक्षकों के 17 और उर्दू के 14 रिक्त पदों को भरा जाएगा।
नई होम स्टे पॉलिसी को मंजूरी
बैठक में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए नई होम स्टे पॉलिसी को मंजूरी दी गई है। अब होम स्टे का पंजीकरण अनिवार्य होगा, लेकिन धारा 118 के तहत आवासीय मकान के लिए ली गई जमीन पर होम स्टे नहीं चलाया जा सकेगा।