प्रदेश की आधी आबादी चीनी के इंतज़ार में, दो महीने से नहीं मिला चीनी का कोटा

प्रदेश की आधी आबादी को पिछले दो माह से चीनी का कोटा नहीं मिल पाया है, क्योंकि सिविल सप्लाई को गीली चीनी की सप्लाई दो बार वापस लौटानी पड़ी है। बताया जा...

प्रदेश की आधी आबादी चीनी के इंतज़ार में, दो महीने से नहीं मिला चीनी का कोटा

प्रदेश की आधी आबादी चीनी के इंतज़ार में, दो महीने से नहीं मिला चीनी का कोटा

प्रदेश की आधी आबादी को पिछले दो माह से चीनी का कोटा नहीं मिल पाया है, क्योंकि सिविल सप्लाई को गीली चीनी की सप्लाई दो बार वापस लौटानी पड़ी है। बताया जा रहा है कि चीनी मील से घटिया चीनी की सप्लाई प्रदेश के राशनकार्ड धारकों को भेजी गई थी, जिसे सिविल सप्लाई ने लेने से मना कर दिया और गाडिय़ों को चीनी सहित ही वापस लौटा दिया था, ताकि प्रदेश के लाखों राशनकार्ड धारकों को डिपुओं में घटिया चीनी वितरित न हो सके।

दिवाली की चीनी का अतिरिक्त कोटा भी अभी तक नहीं 

यही वजह है कि प्रदेश के डिपुओं में ज्यादातर राशनकार्ड धारकों को अभी तक दिवाली की चीनी का अतिरिक्त कोटा भी नहीं मिल पाया है। अब दिसंबर माह भी शुरू हो गया है, लेकिन चीनी की सप्लाई सिविल सप्लाई के गोदामों में अभी तक नहीं पहुंच पाई है। गौरतलब रहे कि प्रदेश के सिविल सप्लाई के गोदामों में अक्तूबर माह में मीलों से गीली चीनी की सप्लाई प्रदेश के कुछेक जिलों को भेज दी गई थी। सिविल सप्लाई के आलाधिकारियों को जब इसकी भनक लगी, तो उन्होंने गोदामों से ही गीली चीनी की सप्लाई मीलों को वापस लौटा दी, जबकि गोदामों में सरप्लस पड़े चीनी के कोटे से कई डिपोधारकों को चीनी का कोटा मुहैया करवा दिया। यही नहीं, चीनी मील से नवंबर में प्रदेश के डिपुओं को गीली चीनी की ही सप्लाई भेजी गई, जिसे सिविल सप्लाई ने दोबारा लेने से मना कर दिया और गीली चीनी वापस लौटा दी।

जल्द होंगे टेंडर

संजीव वर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक, सिविल सप्लाई कारपोरेशन ने बताया कि प्रदेश के सिविल सप्लाई के गोदामों में चीनी मील से अक्तूबर और नवंबर माह में गीली चीनी की सप्लाई को गोदामों से ही वापस भेज दिया गया था। नई चीनी मील के टेंडर दो-तीन दिनों के अंदर होने वाले हैं। सरकार की अप्रूवल मिलते ही डिपुओं में चीनी का कोटा मुहैया करवा दिया जाएगा।