विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत धर्मशाला के तपोवन में सुबह 11:00 बजे कार्यवाही के साथ हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन के भीतर आते ही...
हाथ मिले, दिल खिले, मिट गए सियासी गिले, पहले दिन सदन में सीएम ने नेता प्रतिपक्ष से मिलाया हाथ
विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत धर्मशाला के तपोवन में सुबह 11:00 बजे कार्यवाही के साथ हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन के भीतर आते ही सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और अन्य भाजपा विधायकों से हाथ मिलाया। यह हाथ ऐसे मिला कि जैसे दिल भी मिल गए। हालांकि भाजपा विधायक पहले ही दिन कांग्रेस की गारंटियों पर पोस्टर पहनकर गेट तक आए। नारेबाजी भी की, लेकिन उसके बाद सदन के भीतर आने के बाद कार्यवाही में बिना व्यवधान शामिल हुए। सदन में पहले दिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नए मंत्रियों का परिचय करवाया। राजेश धर्माणी और यादवेंद्र गोमा को कैबिनेट में शामिल किया गया है।
बहुत जल्द इन्हें विभाग भी दे दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा में 75 साल के बाद एक दलित और युवा नेता को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इसके बाद विधानसभा में दिवंगत पूर्व विधायक बीके चौहान को याद किया गया। बीके चौहान चंबा सीट से भाजपा के दो बार विधायक रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह शोक प्रस्ताव लाया और कहा कि पूर्व विधायक का 29 नवंबर को दुखद निधन हो गया था। इस शोक प्रस्ताव में नेता प्रतिपक्ष के अलावा विधायकों हंसराज, डा. जनक राज, नीरज नैयर और विपिन परमार इत्यादि ने भी अपनी बात रखी।
जयराम से बोले सीएम, यह भी व्यवस्था परिवर्तन
मुख्यमंत्री जब सदन में अपने नए मंत्रियों का परिचय करवा रहे थे, तो जयराम ठाकुर ने दूसरी तरफ से तंज कसा कि एक तो मंत्री लेट बनाया, अब इनको विभाग कब दे रहे हो। कहीं ऐसा तो नहीं कि अब एक साल के बाद बनाया तो अगला एक साल पोर्टफोलियो के लिए इंतजार करना पड़े। इस पर सीएम ने हंसते हुए जवाब दिया, यह भी एक व्यवस्था परिवर्तन है।