संचुई गांव की तरफ भी तेजी से फैल रही आग को दमकल विभाग की टीम ने पानी की बौछारें कर काबू किया जनजातीय क्षेत्र भरमौर की संचुई पंचायत में जंगल म...
संचूई में सेब के सैकड़ों पौधे झुलसे
संचुई गांव की तरफ भी तेजी से फैल रही आग को दमकल विभाग की टीम ने पानी की बौछारें कर काबू किया
जनजातीय क्षेत्र भरमौर की संचुई पंचायत में जंगल में आग लगने से आधा दर्जन बागवानों के 100 से अधिक सेब के पौधे जल गए। जानकारी के अनुसार संचुई गांव के साथ लगते जंगल में रविवार को सुबह के समय आग लग गई, देखते ही देखते आग की लपटें बागवानों के बगीजों तक पहुंच गईं। सेब के पौधों को आग से बचाने के लिए ग्रामीण अपने बगीचों की तरफ भागे। साथ ही इस बारे में दमकल विभाग को भी सूचित किया। दमकल विभाग और ग्रामीणों ने मिलकर बगीचों में फैली आग को बुझाया। हालांकि इस आग की चपेट में आने से 100 से अधिक सेब के पौधे जल गए। इन पौधों पर फूल निकलने वाले थे, लेकिन आग की लपटों ने सेब के पौधों को ही जलाकर सूखा दिया है। इसके अलावा आग संचुई गांव की तरफ भी तेजी से फैल रही थी। जिसे दमकल विभाग की टीम ने पानी की बौछारें कर काबू पा लिया, अन्यथा ज्यादा नुकसान भी हो सकता था। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं लग पाया है।
संचुई पंचायत के प्रधान ने नुकसान की भरपाई की प्रशासन और उद्यान विभाग से मांग की
आग की इस घटना में बागवान बलवीर सिंह पुत्र पारसी राम के 25 सेब के पौधे जल गए, जबकि गुलशन नंदा के 35, राम सिंह के 10, पवन के पांच और सुमन कुमार के 30 पौधे जले हैं। इसके अलावा अन्य बागवानों के पौधों को भी आग लगने से नुकसान पहुंचा है। गनीमत यह रही कि खडामुख से 17 किलोमीटर की दूरी तय करके फायर ब्रिगेड़ की गाड़ी समय पर आग बुझाने के लिए पहुंच गई। इसके चलते अधिकतर पौधे जलने से बच गए। साथ ही गांव भी आग की चपेट में आने से बच गया। संचुई पंचायत के प्रधान संजीव कुमार ने बताया कि आग की चपेट में आने से बागवानों के 100 से अधिक सेब के पौधे जले हैं। नुकसान की भरपाई के लिए उन्होंने प्रशासन और उद्यान विभाग से मांग की है। बागवानों को हुए नुकसान की रिपोर्ट बनाकर उन्हें तुरंत आर्थिक सहायता प्रदान की जानी चाहिए।