बिजली उपभोक्ताओं को फ्री बिजली देने और सबसिडी देने के लिए शुरू किए गए सर्वे यानी ई-केवाईसी का काम बंद बिजली बोर्ड में 51 पद समाप्त करने के बा...
प्रदेश भर में रात को बिजली बाधित हुई तो नहीं होगी बहाल, कर्मचारियों में आक्रोश
बिजली उपभोक्ताओं को फ्री बिजली देने और सबसिडी देने के लिए शुरू किए गए सर्वे यानी ई-केवाईसी का काम बंद
बिजली बोर्ड में 51 पद समाप्त करने के बाद बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने फ्रंट के आह्वान पर वर्क टू रूल के तहत काम करना शुरू कर दिया है। वहीं अब प्रदेश में बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने सरकार की ओर से बिजली उपभोक्ताओं को फ्री बिजली देने और सबसिडी देने के लिए शुरू किए गए सर्वे यानी ई-केवाईसी का काम भी बंद कर दिया है। ऐसे में अब कर्मचारी ई-केवाईसी भी नहीं करेंगे, जबकि सरकार ने 31 अक्तूबर तक प्रदेश भी में ई-केवाईसी पूरी करने का लक्ष्य रखा है।
इंजीनियरों में अधीक्षण अभियंता सहित अन्य अधिकारी वर्ग के पद समाप्त करने पर भारी रोष
वहीं बोर्ड कर्मचारियों की संयुक्त समन्वय समिति (फ्रंट) के फैसले के अनुसार शनिवार शाम 6 बजे के बाद अधिकारियों, कर्मचारियों ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। फ्रंट समन्वयक लोकेश ठाकुर सहित अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि कर्मचारी व इंजीनियरों में सरकार व बोर्ड के इंजीनियरों में अधीक्षण अभियंता सहित अन्य अधिकारी वर्ग के पद समाप्त करने पर भारी रोष है। ऐसे में जब तक यह आदेश वापस नहीं लिए जाते यह वर्क टूल रूल जारी रहेगा। वहीं यदि 10 दिनों के भीतर सरकार ने फैसला वापस नहीं लिया तो सभी सामूहिक अवकाश पर जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार व बोर्ड प्रबंधन की होगी।
6 बजे के बाद बिजली बाधित हुई तो अगले दिन होगी बहाल
फ्रंट पदाधिकारियों ने कहा कि वर्क टू रूल के तहत कर्मचारियों के मोबाइल शाम 6 से लेकर सुबह 9 बजे तक बंद रहेंगे। वहीं इस दौरान बिजली आपूर्ति बाधित होती है या लाइनों में किसी तरह का फाल्ट आता है तो कर्मचारी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं करेंगे, क्योंकि उनके पास यह जानकारी ही नहीं होगी कि बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। ऐसे में शिमला सहित प्रदेश की जनता को परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में रात में बाधित हुई बिजली सुबह 9 बजे के बाद ही बहाल हो पाएगी।