मेडिकल कॉलेज चंबा के शिशु रोग वार्ड में एक बिस्तर पर कहीं चार तो कहीं तीन-तीन बच्चों का हो रहा है इलाज

मेडिकल कॉलेज चंबा के शिशु रोग वार्ड में एक बिस्तर पर कहीं चार तो कहीं तीन बच्चे लेटाए गए हैं। इससे अभिभावक और बीमार बच्चे काफी परेशान हैं। उनके अभिभाव...

मेडिकल कॉलेज चंबा के शिशु रोग वार्ड में एक बिस्तर पर कहीं चार तो कहीं तीन-तीन बच्चों का हो रहा है इलाज

मेडिकल कॉलेज चंबा के शिशु रोग वार्ड में एक बिस्तर पर कहीं चार तो कहीं तीन-तीन बच्चों का हो रहा है इलाज

मेडिकल कॉलेज चंबा के शिशु रोग वार्ड में एक बिस्तर पर कहीं चार तो कहीं तीन बच्चे लेटाए गए हैं। इससे अभिभावक और बीमार बच्चे काफी परेशान हैं। उनके अभिभावक बिस्तर के चारों तरफ स्टूल पर बैठकर अपने बीमार बच्चों के ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं। कहीं चार तो कहीं तीन बच्चों को एक बिस्तर पर लेटाना उनके अभिभावकों को मुश्किल हो रहा है। इसके चलते बच्चों को बिस्तर पर चौकड़ी माकर बैठना पड़ रहा है। बच्चों के वार्ड में कुछ ऐसे बिस्तर भी हैं जहां पर तीन-तीन बच्चों को लेटाया गया है जबकि अन्य बिस्तरों पर दो-दो बच्चों को लेटाया गया है। वार्ड में एक भी बिस्तर ऐसा नहीं है जहां पर एक बच्चा भर्ती हो।  उपचाराधीन सभी बच्चे उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित हैं। जिन्हें उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चम्बा में लाया गया है। बच्चे दिन में तो जैसे-तैसे करके समय बिता लेते हैं, परन्तु रात को अभिभावकों को अपने बीमार बच्चों को सुलाने के लिए बिस्तर फर्श पर लगाना पड़ रहा है। 

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