मंजीर से सुरंगानी मार्ग का यह हिस्सा NHPC के अधीन मंजीर-सुरंगानी मार्ग पर जगह- जगह कोलतार उखडऩे से गडढे पड गए हैं। इसके चलते मार्ग पर आवाजाही काफी...
मंजीर-सुरंगानी मार्ग पर सडक़ में गड्ढे हैं या गडढों में सडक़ है, कहना मुश्किल
मंजीर से सुरंगानी मार्ग का यह हिस्सा NHPC के अधीन
मंजीर-सुरंगानी मार्ग पर जगह- जगह कोलतार उखडऩे से गडढे पड गए हैं। इसके चलते मार्ग पर आवाजाही काफी मुश्किल होकर रह गई है। बारिश के दिनों में गड्ढों के पानी से भर जाने से आभास नहीं हो पाता है कि सडक़ में गड्ढे हैं या गडढों में सडक़। कस्बे के लोगों से बैरास्यूल पावर स्टेशन प्रबंधन से जल्द मार्ग पर कोलतार बिछाकर आवजाही को सुगम बनाने की मांग उठाई है। बताते चलें कि मंजीर से सुरंगानी मार्ग का यह हिस्सा एनएचपीसी के अधीन आता है। पिछले काफी समय से मार्ग की सुध न लेने के चलते हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। यह मार्ग जिला मुख्यालय के साथ सलूणी व चुराह उपमंडल को भी जोडता है।
आवाजाही के दौरान आपातकाल के दौरान काफी परेशानी
कस्बे के लोगों ने बताया कि मंजीर- सुरंगानी मार्ग पर पिछले लंबे समय से कोलतार नहीं बिछ पाया है। कोलतार के उखडऩे से जगह-जगह गढ्ढे पड़ चुके हैं। उन्होंने बताया कि पिछले काफी समय से मार्ग पर कोलतार बिछाने की मांग एनएचपीसी प्रबंधन से की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। इस कारण मार्ग की हालत काफी खराब होने से आवाजाही में दिक्कतें पेश आ रही हैं। उन्होंने एनएचपीसी प्रबंधन से मांग उठाई है कि जल्द मंजीर-सुरंगानी मार्ग पर कोलतार बिछाकर चकाचक कर आवाजाही को सुगम व सुरक्षित बनाया जाए। लोगों का कहना है कि यहां पर आवाजाही के दौरान हो रही दिक्कतों के कारण आपातकाल के दौरान परेशानी ज्यादा सताती है। अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो फिर उसे समय रहते अस्पताल पहुंचाने में ज्यादा दिक्कत आती है।