आज सुबह से क्रस्ना लैब में मरीजों के टेस्ट से संबंधित सैंपल नहीं लिए जा रहे। जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ गई है हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पता...
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में क्रस्ना लैब ने निशुल्क टेस्ट सैंपल लेना किए बंद
आज सुबह से क्रस्ना लैब में मरीजों के टेस्ट से संबंधित सैंपल नहीं लिए जा रहे। जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ गई है
हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में स्थापित क्रस्ना लैब में निशुल्क टेस्ट की सुविधा ठप हो गई है। आज सुबह से क्रस्ना लैब में मरीजों के टेस्ट से संबंधित सैंपल नहीं लिए जा रहे। इससे व्यवस्था चरमरा गई है। मंडी, सोलन, सिरमौर, कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर सहित अन्य जिलों में मरीज टेस्ट करवाने के लिए भटकते रहे। बताया जा रहा कि सरकार की तरफ से लैब के बकाया बिलों का भुगतान नहीं होने के कारण टेस्ट नहीं किए जा रहे। हालांकि, सरकारी लैब सुचारू रूप से चल रही हैं। आईजीएमसी शिमला स्थित क्रस्ना लैब में भी सेवाएं ठप हो गई हैं।
अकेले सोलन अस्पताल का ही 40 करोड़ का बकाया
सोलन में क्रस्ना लैब प्रबंधकों ने बीती रात 12:00 बजे से टेस्ट सैंपल लेना बंद कर दिया है। इससे अस्पतालों में व्यवस्था चरमरा गई है। अकेले सोलन अस्पताल में ही 40 करोड़ का भुगतान सरकार ने लैब प्रबंधकों का नहीं किया है। सोलन अस्पताल के एमएस डॉ. एसएल वर्मा ने कहा कि क्रस्ना लैब प्रबंधकों ने टेस्ट सैंपल लेना बंद कर दिए हैं। इस बारे में आलाधिकारियों को सूचित कर दिया है। फिलहाल सरकारी लैब में सैंपल लिए जा रहे हैं।
डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज में भी क्रस्ना लैब की सेवाएं बंद
डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में भी क्रस्ना लैब की सेवाएं बंद हो गई हैं। क्रस्ना लैब के बाहर दिन रात लंबी लाइन लगी रहती थीं, लेकिन बुधवार को यहां एक भी मरीज देखने को नहीं मिला। सरकार की ओर से पिछले 6 माह से क्रस्ना लैब का भुगतान नहीं किया गया है। बार-बार अल्टीमेटम देने के बावजूद भी सरकार ने कोई सुनवाई नहीं की। ऐसे में अब प्रदेश भर में अस्पतालों में क्रसना लैब की सेवाएं बंद कर दी गई हैं। वहीं, बिलासपुर में भी लैब की सेवाएं बंद हो गई हैं। ऐसे में मरीज निजी लैब का रुख करने को मजबूर हैं।