SMC की ओर से कई बार लिखित प्रस्ताव भेजने के बाद भी स्कूल में प्रवक्ताओं की तैनाती नहीं चंबा जिला में कई ऐसे सरकारी स्कूल है, जहां पर स्टाफ की कमी च...
खज्जियार स्कूल में शिक्षकों की कमी पढ़ाई पर भारी
SMC की ओर से कई बार लिखित प्रस्ताव भेजने के बाद भी स्कूल में प्रवक्ताओं की तैनाती नहीं
चंबा जिला में कई ऐसे सरकारी स्कूल है, जहां पर स्टाफ की कमी चल रही है। ऐसे में विद्यार्थी मेडिकल और नॉन मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए जिला मुख्यालय के स्कूलों का रुख कर रहे हैं। ऐसे ही हालात राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खज्जियार के हैं। जहां पर प्रधानाचार्य सहित नौ पद रिक्त पड़े हैं। पिछले तीन-चार साल से हिंदी, कॉमर्स, केमिस्ट्री, मैथ, पीटीआई, सुपरिटेंडेंट, क्लर्क सहित एलए के दो पद रिक्त चल रहे हैं। हालांकि SMC की ओर से कई बार लिखित प्रस्ताव भेजा गया। लेकिन आज दिन तक स्कूल में प्रवक्ताओं की तैनाती नहीं हो पाई है। हैरानी की बात तो यह है कि बच्चे चाहकर भी मेडिकल और नॉन मेडिकल की पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि कुछ अभिभावक दूरदराज के स्कूलों में अपने बच्चों को भेजने में असमर्थ हैं। खज्जियार स्कूल में वर्तमान समय में छठी कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक लगभग 300 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं।
स्कूल में पूरे स्टाफ की तैनाती करना भूली सरकार
अभिभावक जगदीश चंद, नरेश कुमार, पवन कुमार, अनिल कुमार, मदन लाल और सुनील कुमार का कहना है कि सरकार ने जैसे वाहवाही लूटने के लिए सरकारी स्कूलों को खोल रखा है। क्योंकि, स्कूल में पूरे स्टाफ की तैनाती करना सरकार भूल गई है। ऐसे में उन्हें अपने बच्चों के भविष्य की काफी चिंता सता रही है। एसएमसी अध्यक्ष संजय कुमार का कहना है कि शिक्षा विभाग को कई बार लिखित प्रस्ताव भेज चुके है। लेकिन, समस्या ज्यों की त्यों बनी है।